World Mental Health Day 2025….आओ….. मिलकर तोडें मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी ” चुप्पी “|साभार-Psychologist Dr मनोज कुमार चौहान

सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
10 अक्टूबर आने ही वाला है। इस खबर में हम 10 अक्टूबर को मनाये जाने वाले खास दिवस की जानकारी साझा कर रहे हैं। हो सकता है कि शायद इस बाबत आपको जानकारी नहीं हो। अगर हो भी तो थोड़ा और जानकारी दे देते हैं। World Mental Health Day 2025

इस बाबत हरिद्वार स्थित गुरूकुल कांगड़ी विवि के मनोविज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा मनोज कुमार चौहान ने उपयोगी जानकारी साझा की है। World Mental Health Day 2025
डा मनोज कुमार चौहान बताते हैं कि इस साल यानि 2025 में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की थीम है मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच/आपदा और आपात स्थितियों में। World Mental Health Day 2025
“मानसिक स्वास्थ्य: आज की सबसे बड़ी ज़रूरत”
🧠 “स्वस्थ मन, स्वस्थ जीवन: मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर विशेष”
🧠 “तनाव नहीं, संवाद चुनें — विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर संदेश”
🧠 “मन की बात भी ज़रूरी है: जागरूक हो मानसिक स्वास्थ्य के प्रति”
🧠 “आओ मिलकर तोड़ें मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुप्पी”
🧠 “विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस: समय है जागरूक होने का”
🧠 “मानसिक स्वास्थ्य पर नज़रअंदाज़ नहीं, सहयोग ज़रूरी है”
🧠 “मानसिक स्वास्थ्य है मानवता की रीढ़: आइए इसे समझें”
🧠 “विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस: मानसिक बीमारियाँ भी हैं वास्तविक”
🧠 “जब मन स्वस्थ, तभी जीवन मस्त – मानसिक स्वास्थ्य को दें प्राथमिकता”

अब सीधे खबर के असली पहलू पर आते हैं। हरिद्वार स्थित गुरूकुल कांगड़ी विवि के मनोविज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा मनोज कुमार चौहान ने बताया कि दरअसल, हर साल 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि इसकी शुरूआत साल 1992 में हुयी थी। बताया जाता है कि इसकी शुरूआत संयुक्त राष्ट्र के उप महासचिव रिचर्ड हंटर और वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ ने की थी। इसका उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखना है। इसके साथ ही मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी है।
कुछ खास बातें
गुरूकुल कांगड़ी विवि के मनोविज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा मनोज कुमार चौहान बताते हैं कि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के लिये हर साल एक अलग थीम निश्चित की जाती है।
डा मनोज कुमार चौहान आगे यह भी बताते हैं कि हर साल 10 अक्टूबर यानि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर पूरे विश्व में कई प्रकार के कार्यक्रम होते हैं। जिनके जरिये मानसिक स्वास्थ्य को लेकर उपयोगी जानकारी दी जाती है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा तनाव में जी रहे लोगों की समस्याओं को समझने और उन्हें सही राह दिखाने की कोशिश की जाती है। मनोवैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे लोगों को इस बात की जानकारी नहीं रहती है कि उन्हें कौन सी समस्या है और इनके कैसे निजात पायी जाये।

डा चौहान बताते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं में डिप्रेशन, एंग्जायटी, और तनाव आदि प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य का मकसद मानसिक स्वास्थ्य को संरक्षित करना और उन्नत बनाना तो है ही, इसके साथ मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य को ठीक करना भी है। आइये इस बार भी 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाये और लोगों को जागरूक भी करें। खुश रहिये और साकारात्मक रहिये।
