पहले खुद बनाया आधार, अब दूसरों के लिए बने तारनहार। कमल उनियाल की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, कमल उनियाल, द्वारीखाल
अगर सच्ची लगन हो तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। पलायन रोकने के लिए सरकार कई कल्याणकारी योजना चला रही हैं। योजना चलने के बाद भी पलायन की गंभीर समस्या बनी हुई है। पहाड़ में रोजगार के बिना ग्रामीण जीवन संकट में आ गया है। जिस कारण पलायन अनवरत जारी है।
लेकिन इसके विपरीत ग्राम्य किसान बहुउदेशीय स्वायत्त सहकारिता समिति के ग्वीन छोटा के अध्यक्ष मनोज नेगी तथा प्रबंधक कमल ने ग्रोथ सेंटर का निर्माण कर अपने हौसले, जज्बा, लगन व मेहनत के बल पर स्वरोजगार खड़ा किया है। ग्रोथ सेंटर में मनोज नेगी फलो का अचार, जूस, जैम जैली तथा मशरुम व दुग्ध उत्पादन करके युवाओं के लिये प्रेरणा सोत्र बने हुये हैं।
उनके सहारनीय पहल से वर्ष 2014 मे दुग्ध सरकारी समिति का गठन किया गया। इस प्रयास से निकटवर्ती गांवो तथा अपने गाँव के 25 से 30 परिवारों की आजीविका चल रही हैं। इन गाँवो से 80 से 85 लीटर दूध इकठ्ठा कर खच्चरों के माध्यम से द्वारीखाल पहुँचाया जाता है द्वारीखाल से दुग्ध वाहन से आँचल डेयरी कोटद्वार तक पहुँचाया जाता है।इस पहल से अनेको परिवार स्वरोजगार से जुड़े है। पहाड़ों के विकास व पलायन रोकने के लिए आवश्यकता है मनोज नेगी जैसे अनुकरणीय युवाओं की। इनसे प्रेरणा लेकर स्वरोजगार करके पहाड़ों के कठिन जीवन को आसान बनाया जा सकता है।