Laldhang Samachar….पित्रदेवों को यादकर किया & तर्पण, दान कर लगाया भोग| अनिल शर्मा की Report

सिटी लाइव टुडे, अनिल शर्मा, लालढांग
लालढांग।लालढांग क्षेत्र में बुक्सा जनजाति के लोगो में श्राद्ध पक्ष की अमावस्या को त्यौहार की तरह मनाया जाता है। क्षेत्र के नयागांव, जसपुर चमरिया, मोल्हापुरी, रसूलपुर, रसूलपुर गोट, इंदिरा नगर, गेंडीखाता, मीठीबेरी, कटेबड़, ढंढियानवाला में बुक्सा जनजाति के लोग रहते है।

पितृ अमावस्या को ये लोग घर की साफ सफाई कर सवेरे सवेरे देहरी पर अपने पित्रो का ध्यान करते हुए चावल फूल चीनी रख कर देते ।



उसके बाद फूलों को नदी में ले जाकर जल में खड़े होकर पित्रो का कुशा से प्रतीक चिन्ह बनाकर समूह के रूप में फूल, चावल, दूध, चीनी से पित्रो को जल से तर्पण करते है।नदी से लाये गए जल से घर मे बनाये गए पकवान को अपने पित्रो को भोग लगाते हैं।बुक्सा जनजाति के लोग पितृ पक्ष में अलग अलग तिथियों में श्राद्ध न करके अमावस्या को ही अपने अपने पित्रो का सामुहिक रूप से श्राद्ध करते है।
