Psychology @ एक Click में जानिये Sigmund Freud के तीन सिद्वांत & 3 हिस्सों में बंटा मन| प्रस्तुति-psychologist… Dr मनोज कुमार चैाहान
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस-उत्तराखंड\ प्रस्तुति- psychologist डा मनोज कुमार चौहान
यह खबर आमजन के लिये लाभकारी भी है। मनोविज्ञान के छात्र हों या फिर मनोविज्ञान में रूचि रखने वाले सभी के लिये यह खबर अच्छी और ज्ञानबर्द्धक हो सकती है। ऐसा हमारा मानना है। यूं तो मनोविज्ञान बेहद व्यापक विषय है लेकिन इस खबर में हम मनोविज्ञानी या कहियेगा मनोविश्लेषक का जिक्र कर रहे हैं जिनके मनोविज्ञान का समझना आसान नहीं है। जी हां, जिक्र हो रहा है Sigmund Freud सिग्मंड फ्रायड का। मनोविज्ञान की परीक्षा या सेशनल की तैयारी करने वाले छात्रों के लिये यह अच्छी बेहद उपयोगी है। वैसे ही अब सेमेस्टर की परीक्षा भी सिर पर है सो छात्र तैयारी कर रहे हैं। मनोविश्लेषक सिग्मंड फ्रायड के बाबत उपयोगी जानकारी साझा की है गुरूकुल कांगड़ी विवि के मनोविज्ञान विभाग के -psychologist Dr मनोज कुमार चौहान ने। 23 सालों से मनोविज्ञान का अध्ययन और अध्यापन कर रहे डा मनोज कुमार चौहान ने उपयोगी जानकारी दी है उसे आपके सामने रख रहे हैं। आइये सीधे खबर पर चलते हैं। about Sigmund Freud |
गुरूकुल कांगड़ी विवि के मनोविज्ञान विभाग के –psychologist Dr मनोज कुमार चौहान ने सारी जानकारी बेहद सरल तरीके से दी है। गुरूकुल कांगड़ी विवि के मनोविज्ञान विभाग के -psychologist Dr मनोज कुमार चौहान ने बताया कि कि सिग्मंड फ्रायड (1856-1939) मनोविश्लेषण के जनक थे. वे एक ऑस्ट्रियाई न्यूरोलॉजिस्ट, मेडिकल डॉक्टर, और मनोवैज्ञानिक थे। about Sigmund Freud|
डा मनोज कुमार चौहानआगे बताते हैं कि फ्रायड का जन्म ऑस्ट्रियाई साम्राज्य के मोरावियन शहर फ्रीबर्ग में हुआ था। आगे चैाहान साहब बताते हैं कि फ्रायड ने वियना विश्वविद्यालय से डॉक्टर ऑफ मेडिसिन की डिग्री हासिल की। उन्होंने मनोविश्लेषण के जरिए मानसिक बीमारियों और न्यूरोसिस का इलाज किया | .about Sigmund Freud|
फ्रायड ने अचेतन मन, शिशु कामुकता, और दमन की अवधारणाओं को स्पष्ट किया है।
गुरूकुल कांगड़ी विवि के मनोविज्ञान विभाग के डा मनोज कुमार चैाहान बताते हैं कि सिगमंड फ़्रायड ने मन की संरचना को तीन हिस्सों में बांटा है। इदम, अहम् और पराहंम
फ्रायड ने अपने विचारों को द फ्यूचर ऑफ एन इल्यूजन (1927-1961) और सिविलाइजेशन एंड इट्स डिसकंटेंट्स (1930-1961) जैसी किताबों में लिखा। about Sigmund Freud|
गुरूकुल कांगड़ी विवि के मनोविज्ञान विभाग के डा मनोज कुमार चौहान ने बताया कि सिग्मंड फ्रायड के मनोविज्ञान के क्षेत्र में किये गये कार्यों को बताना गागर में सागर भरने जैसे है। कुछ प्रयास किया है कैसा लगा बतायेगा। about Sigmund Freud|
सिगमंड फ़्रायड के सिद्धांतों के बारे में जानकारीः
- मनोविश्लेषण के संस्थापक सिगमंड फ़्रायड के सिद्धांतों में मानव व्यक्तित्व के विकास, मानव व्यवहार, और मन की संरचना से जुड़ी बातें शामिल हैं:
- फ़्रायड के मुताबिक, मानव व्यक्तित्व कई चरणों से होकर गुज़रता है. ये चरण हैं: इदम, अहम् और पराहं| इदम पूरी तरह से अचेतन है, जबकि अहम् चेतन मन में काम करता है. सुपरइगो अचेतन और चेतन दोनों तरह से काम करता है.
- फ़्रायड का मानना था कि मानव व्यवहार अचेतन यादों, विचारों, और आग्रहों से प्रभावित होता है.
- फ़्रायड के मुताबिक, मस्तिष्क अप्रिय यादों को अचेतन मन में दफ़न करके खुद को सुरक्षित रखता है.
- फ़्रायड के मुताबिक, व्यक्ति अप्रिय भावनाओं और अनुभवों से खुद को बचाने के लिए कई रणनीतियां अपनाता है. इन रणनीतियों को रक्षा तंत्र कहते हैं.
- फ़्रायड के मुताबिक, मानव जीवन की शुरुआत में मन की एजेंसियां पूरी तरह से विकसित नहीं होतीं. वे उभरती हैं और कई चरणों में विकसित होती रहती हैं.