पेंशनर्स का सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन| Click कर जानिये वजह
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड के पेंशनर्स ने सिटी मेजिस्ट्रेट कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। पेंशनर्स ने अपनी 09 सूत्रीय मांगों से सम्बंधित ज्ञापन प्रधान मंत्री और उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्रियों को प्रेषित किया है। जिलाधिकारी के प्रतिनिधि एन टी प्रताप सिंह ने जिलाधिकारी के चार धाम यात्रा बैठक में व्यस्त होने की जानकारी देकर ज्ञापन प्राप्त कर संस्तुति सहित भेजने की घोषणा की।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड से सेवनिवृत्त सरकारी पेंशनर सुवह दस बजे सिटी मेजिस्ट्रेट कार्यालय पर इकट्ठा हुए जहाँ जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस बीच प्रदर्शन स्थल पर एक सभा कर ज्ञापन Bhag सुनाया गया।
देश के प्रधान मंत्री तथा उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्रियों को सम्बोधित ज्ञापन में पेंशनर्स ने सरकार के प्रति असंतोष व्यक्त करते हुए अपनी व्यथा व्यक्त की है।
ज्ञापन में अथवा केंद्रीय वेतन आयोग शीघ्र गठन कर सातवें वेतन आयोग की तरह पेंशन पुनरीक्षण को भी शामिल करने, पेंशन संशोधन संबंधी वित्त विधेयक निरस्त करने, पेंशनर संगठनों के विचार वेतन आयोग की संदर्भित शर्तों में पेंशन को शामिल करने, महंगाई भत्ते और राहत के आदेश एक साथ जारी करने, राशिकारण कटौती अवधि 15 से घटाकर 10 वर्ष करने, पुरानी पेंशन बहाल कर एन पी एस में की गई कटौती को जी पी एफ में बदलने, 65, 70 और 75 वर्ष की आयु पर 05 प्रतिशत पेंशन बढ़ोतरी करनी, कोरोना काल का रोकागया डी ए और डी आर भुगतान करने, पेंशनर की चिकित्सा देखभाल के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा नीति बनाकर निःशुल्क कैशलेस सुविधा देने, 30 जून व 31 दिसम्बर को रिटायर कार्मिकों को सेवनिव्रत्ति के दिन से एरियर सहित काल्पनिक वेतन वृद्धि देने की मांग की गई है।

प्रदर्शन स्थल पर वयोवृद्ध पेंशनर रामकुमार अग्रवाल और रामेश्वर दयाल अग्रवाल की संयुक्त अध्यक्षता और जे पी चाहर के संचालन में हुई सभा मे रिटायर कोषाधिकारी अनिरुद्ध शर्मा ने लोक सभा में पारित वित्त विधेयक 2025 को पेंशनर हितों के खिलाफ बताते हुए जरूरत पड़ने पर जोरदार आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
पेंशनर के प्रदर्शन और ज्ञापन में जी पी डब्लू ओ के अध्यक्ष वी के गुप्ता, अशोक गुप्ता, बी पी चौहान, प्रा उपाध्यक्ष एल सी पांडेय, आर सी पांडे,, सुखवंश सिंह, पंकज गुप्ता, भूपेंद्र चौहान, नरेंद्र तेवतिया, नवरत्न मुयाल, बी एस राणा, रवेंद्र कुमार, ओ पी यादव, रामसरीख, अनिरुद्ध शर्मा, अतर सिंह, रमेश पंत, डॉ लोकेश कुमार, पवन कुमारी, रमेश पंत, सुधा त्यागी, अंजुम आरा, शीश पाल, सुरेश चंद, सुशील सैनी, गीता शर्मा, कमलेश सिंह, अमृत कौर, विमल प्रताप सिंह, ब्रजपाल शर्मा, कुंदन सिंह बिष्ट, आर सी गुलाटी, महेश गुप्ता, नंदकिशोर भट्ट, नरेंद्र राम, ई पी के सिंह, सुदामा प्रसाद, एच सी पांडेय, आर के अग्रवाल, आर डी अग्रवाल, श्याम सिंह, बीपी सिंह सैनी, सुशील, राकेश श्रीवास्तव, शिव कुमार शर्मा, विजय शर्मा आदि पेंशनर्स ने भाग लिया।
सभा के अंत मे ज्ञापन के साथ मंच के संयोजक जे पी चाहर ने सरकारों को चेताया कि यदि पेंशन से छेड़छाड़ बन्द नहीं की तो देवभूमि उत्तराखण्ड से पेंशन आंदोलन को धार दी जाएगी।