दिवाकर भट्ट…लंबे समय बाद दहाड़ा ” फील्ड मार्शल “| अब ” राज्य बचाओ ” आंदोलन होगा| Click कर पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
उत्तराखंड राज्य आंदोलन की पैनी तलवार लंबे समय के बाद फिर से पैनी होती दिख रही है। लंबे समय से बने सन्नाटे को तोड़ते फील्ड मार्शल फिर से दहाड़े हैं। 23 साल के अपने उत्तराखंड की हालत देखकर वे दुखी हैं और उन्होंने ठान ही ली है कि अब अब राज्य बचाओ आंदोलन शुरू करने की जरूरत महसूस की जा रही है। सो, इसकी शुरूआत भी मैं ही करूंगा।
जी हां, जिक्र हो रहा है राज्य आंदोलनकारी व पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट का। divaker bhatt
पृथक राज्य आंदोलन को याद करें तो दिवाकर भट्ट divaker bhatt की सक्रियता देखते ही बनी थी। आंदोलन को धार देना और इस धार को पैना करना कैसे किया जाता है यह दिवाकर भट्ट divaker bhatt से बेहतर कौन जानता है। लंबे संघर्ष और बलिदानों के बाद अपना अलग राज्य मिला। शुरू में नाम उत्तरांचल और फिर उत्तराखंड किया गया।
उत्तराखंड राज्य गठन के बाद उम्मीद थी कि अब विकास होगा। पलायन थमेगा, रोजगार के अवसर मिलेंगे लेकिन अफसोस कि अब इंतजार, इंतजार और बस इंतजार ही होता गया। इसी इंतजार में 23 साल पूरे होने वाले हैं। राज्य आंदोलन में सक्रिय और इसी आंदोलन से जन्मी पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल का जनता एक प्रकार से नकारा ही है। अब तक राज्य की सत्ता की बागडोर भाजपा और कांग्रेस के हाथों में रही है।
फील्ड मार्शल यानि दिवाकर भट्ट divaker bhatt पर भी जनता विश्वास नहीं कर पायी। फील्ड मार्शल महज एक बार ही विधायक बन पाये। दिवाकर भट्ट भाजपानीत सरकार में मंत्री भी रहे।
लेकिन उत्तराखंड में उक्रांद जनता का विश्वास ही नहीं जीत पायी। यूं कहें कि जनता ने ही उक्रांद पर विश्वास नहीं किया। अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्तमान में UKD का एक भी नेता विधायक नहीं है।
सिटी लाइव टुडे मीडिया हाउस ने फील्ड मार्शल दिवाकर भट्ट से तमाम पहलुओं पर विस्तार से बातचीत की तो दिवाकर भट्ट प्रदेश के हालातों से बड़े दुखी दिखे।
उन्होंने कहा कि जिनसे तंग आकर हमने उत्तराखंड राज्य आंदोलन की जंग लडी थी उन्हीं के हाथों में सत्ता की कमान सौंपी जा रही है तो भला विकास कैसे होगा। उन्होंने भाजपा व कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुये कहा कि केवल व केवल प्रदेश को लूटा जा रहा है। दुखी मन से उन्होंने यह भी कहा कि काश जनता उक्रांद पर भरोसा करती और एक मौका देती तो प्रदेश की तस्वीर व तकदीर बदल जाती।
अपने अंदाज में दहाड़ते उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी हूं। आंदोलन करता रहूंगा। पहले राज्य बनाओ आंदोलन लड़ा था और अब राज्य बचाओ आंदोलन शुरू करूंगा। उन्होंने उम्मीद जतायी कि इस आंदोलन में जनता उनका साथ देगी।