प्रकृति की सुंदरता में प्रेम रस का ” तड़का ” लगाता एक गीत| पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
प्रकृति प्रेम और प्रेम रस का संगम हो जाये तो बात ही कुछ निराली हो जाती है। प्रकृति प्रेम तो अद्भुत है ही, मुहोब्बत अहसास के भी क्या कहने। दोनों मिल जायें तो अहसास एकदम जुदा होता है। इस खबर के जरिये आपको प्रकृति प्रेम व मुहोब्बत के अहसास के संगम की अनुभूति कराने का प्रयास करते हैं। आपको लिये चलते लोक भाषा के चर्चित लेखक व गायक हेमवती नंदन भट्ट हेमू के एक गीत की ओर। यह गीत सच में आपको प्रकृति प्रेम का अहसास भी करायेगा और मुहोब्बत के रंग में भी रंग देगा।
गीतकार व गायक हेमवती भट्ट हेमू का शब्दबद्ध किया इस गीत के बोल हैं फूलों का बणमा मेरू मुल्क खास, उंची-उंची डांड्यूमा हिमालय क पास। गीत के आत्रायों में प्रकृति को प्रेम रस के साथ जोड़ा गया है। बेहतरीन शब्दबद्ध किये इस गीत का संगीत पक्ष भी उतना ही उम्दा है। इस गीत को स्वरबद्ध किया है लोक गायिका मीना राणा ने। गौं-गुठ्यार से जुडे़ ठेठ शब्दों का चयन और नायिका के सौंदर्य का उम्दा चित्रण ऐसा अहसास कराता है कि मन बाग-बाग हो जाये। नीलम कैसेट्स के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर भी यह गीत सुनने को मिल जायेगा।
गीत की खास बात यह भी है कि जितना सुंदर चित्रण व वर्णन प्रकृति की सुुंदरता का किया गया है उतना ही नायिका के सौंदर्य को शब्दों मंे पिरोया गया है। गीतकार व गायक हेमवती नंदन भट्ट हेमू बताते हैं कि यह गीत अपने आप में जुदा है। प्रकृति की सुंदरता व नायिका के सौंदर्य को उम्दा अंदाज में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।