” घुंघरियाली लटुली तेरी ” में झलका रहा कैलाश का हुनर| पढ़िये पूरी
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
ये अच्छी बात है कि लोक-संगीत के क्षेत्र में युवा आने लगे हैं। सोशल मीडिया ने नये युवा कलाकारों को उचित प्लेटफार्म देकर हुनर को पंख लगा दिये हैं। अपने हुनर को सोशल मीडिया के जरिये युवा कलाकार प्रदर्शित कर सकते हैं और ऐसा हो भी रहा है। रूद्रप्रयाग के कैलाश कृष्ण भी ऐसे ही युवा है जिनके अंदर गायिकी का हुनर है। कैलाश यू-ट्यूूब व अन्य सोशल मीडिया के जरिये गायन के सफर को आगे बढ़ा रहे हैं।
निश्चित ही सोशल मीडिया ने काफी कुछ बदलकर रख दिया है। दरअसल, अपनी बात रखने का मजबूत मंच सोशल मीडिया ने प्रदान किया है। वह भी समय था जब अपनी बात रखने के लिये मीडिया पर ही निर्भर रखना पड़ता था। साहित्य-संगीत की प्रतिभाओं के लिये मंच मिलना आसान नहीं था। कैसेट के दौर में गीतों की कैसेट निकालना भी काफी खर्चीला था। लेकिन अब सोशल मीडिया ने सबकुछ आसान कर दिया हैं सो, नये कलाकार सोशल मीडिया को मजबूत हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
यहां हम उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग के बचणस्यूं पट्ी के बाटा गांव निवासी कैलाश कृष्ण का जिक्र कर रहे हैं। प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने के दौरान स्कूली कार्यक्रमों में गीत गाने वाले कैलाश कृष्ण अब यू-ट्यूब में गायिकी के सफर को आगे बढ़ा रहे हैं। यू-ट्यूब पर उनका गाया गीत घुंघरियाली लटुली तेरीे खासा पसंद किया जा रहा है। यह युगल गीत है। सरोजनी रंगवाल फीमेल सिंगर हैं। गीत राजेश कुमार ने लिखा है। कैलाश व राजेश अच्छे मित्र हैं। राजेश भी एक उभरते हुये गायक हैं। यह गीत बहुत जल्द वीडियो फार्म में भी आने वाला है।