तीर सीने पे क्यों तूने मारा| श्रवण कुमार ने त्यागे प्राण| द्वारीखाल से जयमल चद्रा
सिटी लाइव टुडे, जयमल चंद्रा, द्वारीखाल
इन दिनों पहाड़ राममय व भक्तिमय हो रखे हैं। मन-मंदिर में श्रीराम समाये हुये हैं और चारों ओर श्रीराम के जयकारों व जयघोषों की गूंज है। जगह-जगह श्रीराम लीला का मंचन हो रहा है जिसमें कलाकार अपनी बेजोड़ प्रतिभा की दमदार उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। अभिनय, संवाद व गायन शैली का मंच पर दर्शन हो रहे हैं। द्वारीखाल ब्लाक में भी इन दिनों श्रीराम लीला मंचन की धूम है।
जनपद पौड़ी के द्वारीखाल ब्लाक में ग्वीन बड़ा गांव में श्रीराम लीला का मंचन हो रहा है। जबकि आदर्श रामलीला कमेटी उतिण्डा ने भी श्रीराम लीला मंचन शुरू कर दिया है। पहले दिन के मंचन में श्रवण कुमार वध का मार्मिक मंचन से रामभक्तों की आंख भर आयी। रावण तपस्या का मंचन भी खासा पसंद किया गया। आदर्श रामलीला कमेटी उतिण्डा के डारेक्टर सुरेश चंद्र बलूनी से हमारे संबाददाता जयमल चन्द्रा ने बातचीत की गयी।
उन्होंने बताया पिछले साल कॅरोना काल को छोड़ दिया जाय तो लगातार 25 वर्षों से यहाँ रामलीला का मंचन किया जा रहा है। हर साल रामलीला का भब्य आयोजन किया जाता है। दूर- दूर गांवो से दर्शक रामलीला देखने आते है। देवेंद्र सिंह रावत, अर्जुन सिंह रावत,विनोद बलूनी, डॉ मनीष जुगराण, वीरेंद्र सिंह रावत, देवधर, चक्रधर, दिनेश सिंह आदि कमेटी के पदाधिकारी है। संरक्षक राजेन्द्र मोहन बलूनी न्यूजीलैंड से रामलीला मंचन करवाने अपने गांव हर साल पहुचंते है। वहीं ग्वीन बड़ा में दिन में छठवे दिवस की लीला सीता हरण का मंचन हुआ। यहां भी श्रीराम लीला मंचन देखने को रामभक्तों की भीड़ उमड़ रही है।