आरोग्य मेडिसिटी | कई रंगों व भावों का हुआ संगम | दिखी अद्भुत छटा | पढ़िये पूरी खबर

Share this news

सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस


दिव्य, भव्य, अलौकिक व अद्भुत और भी बहुत कुछ बिना कहे बहुत कुछ गया गया यह कार्यक्रम। स्वास्थ्य सेवाओं के लिये एक नया आयाम और नयी पहल। ऐसा ही कुछ रहा आरोग्य मेडिसिटी अस्पताल का उद्घाटन कार्यक्रम। संतगणों की गरिमामयी उपस्थिति, सामाजिक कार्यकर्ता का जमावड़ा, राजनेताओं की खासी भीड़ साहित्य-संगीत के महारथियों की दस्तक। चिकित्सकों की लंबी-चैड़ी फेहरिस्त और एक ही स्वर कि एकदम स्वास्थ्य सेवाओं के लिये बहुप्रतीक्षित नया प्रयोग। जिसकी हरिद्वार लंबे समय से सरकार से प्रतीक्षा कर रहा था। इंतजार सरकार ने तो समाप्त नहीं किया लेकिन युंवा समाजसेवी डा महेद्र राणा ने जरूर हरिद्वार को बड़ी सौगात दी है। स्वयं कैबिनेट मंत्री डा हरक सिंह रावत भी कह गये कि आरोग्य मेडिसिटी सचमुच एकदम अलग है जिसमें आयुर्वेद व एलौपैथ दोनों चिकित्सा पद्धति समाहित है। निश्चित ही यह हरिद्वार के इतिहास में नया इतिहास लिख गया है।


बुधवार को गंगाद्वार हरिद्वार में आरोग्य मेडिसिटी अस्पताल का विधिवत शुभारंभ हुआ। आरोग्य मेडीसिटी हॉस्पिटल का शुभारंभ प्रदेश के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने फीता काटकर किया। उन्होने कहा कि आयुर्वेद समय की मांग है क्योंकि करोना काल में लाखों लोगों ने आयुर्वेद को अपनाकर करोना से जंग जीती है। डा. रावत ने आरोग्य मेडिसिटी का शुभारंभ करने के लिए संस्थापक डा. महेंद्र राणा का भी आभार जताया। बुधवार को जगजीतपुर के बालाजीपुरम कालोनी में बुधवार को आरोग्य मेडीसिटी हॉस्पिटल का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वानी के सचिव महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा ही पूर्ण चिकित्सा है। असाध्य रोगों का उपचार आयुर्वेद में ही निहित है। भगवान विष्णु के अवतार भगवान धनवंतरी को आयुर्वेदिक चिकित्सा का जनक माना जाता है। शिव की नगरी कनखल में ऐसे हॉस्पिटल का खुलना सुखद है निश्चित ही इसका लाभ तीर्थ नगरी के लोगों को मिलने जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कनखलवासी होने के नाते वे हॉस्पिटल की हर संभव सहायता करने के लिए तत्पर रहेंगे। श्री प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम के पीठाधीश्वर महंत रूपेंद्र प्रकाश महाराज ने कहा कि आयुर्वेद में समस्त रोगों का उपचार है। लेकिन आमजन को इसकी पर्याप्त जानकारी नहीं है और जानकारी के अभाव में लोग एलोपैथिक चिकित्सा की ओर अग्रसर हो रहे हैं। एलोपैथ चिकित्सा में स्थाई इलाज है इससे मरीजों को तत्कालिक लाभ मिलता है लेकिन स्थाई लाभ प्राप्त करने के लिए आयुर्वेद चिकित्सा ही कारगर है। हरेराम आश्रम के पीठाधीश्वर महंत कपिल मुनि महाराज ने डॉ राणा को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हरिद्वारवासियों के लिए आरोग्य मेडिसिटी अस्पताल वरदान साबित होने जा रहा है। चेतन ज्योति आश्रम के महंत ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा ही भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है, जिसे लोगों ने दोबारा स्वीकार करना शुरू कर दिया है। सर्वसामान्य को उपलब्ध हो इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए।

रानीपुर विधायक आदेश चैाहान ने कहा कि आयुर्वेद और एलोपैथी के संगम से बना आरोग्य मेडिसिटी हॉस्पिटल चिकित्सा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा। डॉ महेंद्र राणा बधाई के पात्र हैं। ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा संजीवनी विद्या है जो मृतक में भी प्राणों का संचार कर सकती है। सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि महंगाई के इस दौर में आमजन के लिए आयुर्वेद चिकित्सा ही सुलभ है और हरिद्वार में उच्चस्तरीय आयुर्वेदिक हॉस्पिटल खुलने से स्थिति मरीजों को लाभ मिलेगा। डॉ महेंद्र राणा ने कहा कि आज उनका वर्षों पुराना सपना साकार हुआ है। वे इस चिकित्सालय के माध्यम से सभी प्रकार के रोगों का उपचार करने का प्रयास करेंगे।

ad12

कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह, भारतीय चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ दर्शन कुमार शर्मा, डॉक्टर सुनील जोशी, जितेंद्र रघुवंशी, रूप किशोर शास्त्री, जगदीश लाल पाहवा, आचार्य करुणेश मिश्र, विशाल गर्ग, महेश प्रताप सिंह, विभास मिश्रा, एस एन झा, पंकज झा, संजय चोपड़ा, सीए आशुतोष पांडे, बी एन राय, डा. शेखर सहित अन्य लोग मौजूद रहे। दूसरे सत्र में उत्तराखंड की चुनौती व समाधान विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया ्रगया। इसमंे कांग्र्रेस की फायर बिग्रेड नेत्री गरिमा मेहरा दसौनी ने आरोग्य मेडिसिटी को बेहद उपयोगी बताते हुये कहा कि डा महेंद्र राणा सेवाभाव के साथ समाज सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह उद्घाटन बड़ा संदेश दे गया है। इस मौके पर आरोग्य कर्मवीर सम्मान व रक्तवीर सम्मान भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम मंे मां गंगा ब्लड सेंटर की ओर से ब्लड डोनेशन कैंप रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 23 वीरों ने रक्तदान कर करोना रक्तवीर सम्मान हासिल किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *