akshaya tritiya 2023…अक्षय फल प्रदान करता है अक्षय तृतीया पर किया गया कर्म|Click कर पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
शिव उपासना धर्मार्थ ट्रस्ट के संस्थापक स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि अक्षय तृतीया akshaya tritiya 2023 पर किया गया कार्य अक्षय फल प्रदान करने वाला है।
लेकिन इस दिन बिना किसी शुभ मुहूर्त के कोई भी शुभ कार्य संपन्न किया जा सकता है। इस बार पूजा शुभ मुहूर्त सुबह शनिवार, 22 अप्रैल 2023 को सुबह 07 बजकर 49 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक रहने वाला है।
स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को akshaya tritiya 2023 अक्षय तृतीया कहा जाता है। इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों ही अपनी उच्च राशि में स्थित होते हैं और धन की देवी माता लक्ष्मी की आराधना के विशेष दिन अक्षय तृतीया पर मूल्यवान वस्तुओं की खरीदारी और दान-धर्म के कार्यों को उत्तम माना जाता है। विशेषकर सोना खरीदना इस दिन सबसे ज्यादा शुभ होता है। इससे धन की प्राप्ति और दान का पुण्य अक्षय रहता है।
स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि अक्षय तृतीया akshaya tritiya 2023 पर सूर्योदय के समय शीतल जल से स्नान करें. इसके बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें. उन्हें सफेद फूल, फल और मिठाई अर्पित करें. फिर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें. मनोवांछित फल के लिए प्रार्थना करें इसके बाद कुछ दान का संकल्प करें। अक्षय तृतीया का पौराणिक महत्व कहते हैं कि सतयुग और त्रेतायुग की शुरुआत अक्षय तृतीया को ही हुई थी। भगवान विष्णु ने नर नारायण का अवतार भी इसी दिन लिया था. भगवान परशुराम का जन्म अक्षय तृतीया पर ही हुआ था.
इस दिन से ही भगवान गणेश ने महाभारत का काव्य लिखना शुरू किया था. अक्षय तृतीया पर ही बद्रीनाथ के कपाट खुलते हैं. यही वो पवित्र दिन है जब वृन्दावन में भगवान बांके-बिहारी जी के चरणों का दर्शन होते हैं। स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि akshaya tritiya 2023 अक्षय तृतीया पर ऐसे कार्य करें, जिससे अक्षय पुण्य की प्राप्ति हो. इस दिन ईश्वर की पूजा, उपासना, ध्यान जरूर करें, व्यवहार को मधुर बनाए रखें, सम्भव हो तो किसी व्यक्ति की सहायता करें. द्वार पर आए लोगों को खाली हाथ न लौटाएं, उन्हें दान-दक्षिणा अवश्य दें, अक्षय तृतीया पर सोना या कीमती वस्तु खरीदना भी शुभ माना जाता है।