लक्सर… गड़बडझाले में नप सकती है कईयों की गर्दन| मामले की जांच पूरी|Click कर पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, लक्सर
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अनुदान राशि में अनियमितता के मामले में तहसीलदार ने अपनी जांच पूरी कर ली है। जांच रिपोर्ट में आवेदक के साथ ही नगर पालिका के तत्कालीन अधिशासी अधिकारी और अन्य कर्मचारियों के गंभीर अनियमितता की बात सामने आई है।
लक्सर तहसील क्षेत्र के इस्माईलपुर गांव निवासी रामगोपाल सैनी ने लक्सर निवासी एक व्यक्ति पर कूटरचना कर फ़र्ज़ी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास निर्माण के लिए सरकार से अनुदान प्राप्त करने और अनुदान राशि का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए शासन प्रशासन को शिकायत भेजी गई थी। एसडीएम गोपाल राम बिनवाल ने तहसीलदार चंद्रशेखर वशिष्ठ से प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट मांगी थी। तहसीलदार ने मामले में अपनी जांच पूरी कर ली है।
जांच रिपोर्ट के अनुसार, आवेदक द्वारा वर्ष 2017 – 18 में आवास योजना के तहत आवेदन किया गया था। इसके बाद 18 दिसंबर 2018 को योजना के तहत प्रथम किश्त के रूप में 20 हज़ार रुपये की अनुदान राशि खाते में दी गई। लेकिन आवेदक उक्त भूमि को 19 नंवबर को विक्रय कर चुका था। इसके बाद भी 17 मई 2019 को आवेदक को आवास निर्माण के लिए दूसरी किश्त के रूप में 1 लाख रुपये की अनुदान राशि जारी कर दी गई। इस राशि से योजना के अनुरूप नियमानुसार आवास का निर्माण नहीं कराया गया।
इसके अलावा आवदेक ने जिस राशनकार्ड पर योजना का लाभ लिया वह राशनकार्ड ऑनलाइन नहीं मिला तथा 2019 में ही राशनकार्ड डिलीट होने की जानकारी जांच में सामने आई। इस दौरान आवेदक की ओर से कोरोना काल में विपरीत परिस्थितियों के चलते भूमि का विक्रय करने और लक्सर के बजाय देहरादून में उसे योजना का लाभ दिए जाने का अनुरोध पत्राचार में किया गया। मामले में अनुदान राशि का नियमानुसार उपयोग नहीं होने व पालिका के तत्कालीन अधिशासी अधिकारी द्वारा बिना जांच व निरीक्षण के ही आवेदक को दो बार योजना के तहत अनुदान राशि जारी किए जाने की गंभीर अनियमितता सामने आने की बात तहसीलदार की ओर से कही गई है। वहीं, मामले में एसडीएम गोपाल राम बिनवाल ने बताया कि मामले में जांच रिपोर्ट मिल गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।