स्वामी हरिहरानंद पब्लिक स्कूल @ ज्ञानोदय प्रदर्शनी में होनहारों ने दिखाया हुनर| विकास श्रीवास्तव की Report
सिटी लाइव टुडे, विकास श्रीवास्तव, हरिद्वार
कनखल स्थित स्वामी हरिहरानंद पब्लिक स्कूल में ज्ञानोदय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों ने सामाजिक विज्ञान, गणित, अंग्रेजी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान आदि विषयों से जुड़े विभिन्न स्थिर एवं कार्यकारी मॉडल का प्रदर्शन किया।
विंग कोऑर्डिनेटर श्रीमती सुचिता पुरी ने जानकारी दी कि इस प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने मानव हृदय, एलर्जी, परमाणु संरचना, इलेक्ट्रिकल सर्किट, पावर ट्रांसमिशन, स्मार्ट सिटी, इमोजी, गीजा के पिरामिड, भारतीय संसद, ज्वालामुखी, संयुक्त राष्ट्र हेड क्वार्टर, पवन चक्की, ब्रेल लिपि, सूर्य एवं चंद्र ग्रहण, प्रदूषण, जल चक्र, पिनहोल कैमरा, पक्षियों के घोंसले एवं अनाज घर, एक्वेरियम, बीम बैलेंस, रोमन अंक, हीरे की संरचना आदि विषयों पर अपने मॉडल प्रस्तुत किए।
प्रधानाचार्य सुश्री हेमा पटेल ने बताया कि विद्यार्थियों को मॉडल बनाने के लिए ऐसे विषय आवंटित किए गए, जो उनके पाठ्यक्रम से जुड़े हैं। उन्होंने जानकारी दी कि बच्चे जब ऐसे मॉडल्स बनाकर उनका वर्णन प्रस्तुत करते हैं तो उनकी उस विषय के प्रति समझ विकसित होती है तथा उनके सभी संदेह स्वत: ही दूर हो जाते हैं। सुश्री पटेल ने कहा कि बच्चे घर में ऐसे मॉडल्स का निर्माण करते समय अपने माता पिता एवं परिवार के अन्य सदस्यों की मदद लेते हैं, जिससे पूरे परिवार में प्रेम एवं सौहार्द का वातावरण विकसित होता है।
कोऑर्डिनेटर श्रीमती बिंदिया अनेजा ने बताया कि इस प्रदर्शनी में विद्यार्थियों के माता-पिता को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया एवं विद्यार्थियों द्वारा मॉडल्स का प्रदर्शन एवं व्याख्या उनके माता-पिता एवं अभिभावकों के समक्ष प्रस्तुत की गई। बच्चों के द्वारा उत्साहपूर्ण मॉडल्स की व्याख्या को देखकर उनके परिवार-जन रोमांचित एवं भावुक को गए।
इस प्रदर्शनी में स्क्रैप क्राफ्ट मॉडल विशेष चर्चा का विषय बने। क्राफ्ट काउंटर पर घर के पुराने एवं बेकार सामान को पुन: प्रयोग करके उपयोग की वस्तुएं बनाई गई, जिसमें फोटो फ्रेम, पेंसिल होल्डर, सोफा सेट, स्टोरेज बॉक्स फ्लावर पॉट, क्रिसमस ट्री, गुल्लक , वॉल हैंगिंग आदि प्रमुख रहे। कोऑर्डिनेटर श्रीमती प्रीति ने जानकारी दी कि बच्चे अक्सर चीजों को उनके खराब होने से पहले ही फेंक देते हैं तथा नई चीजों की खरीदारी की ज़िद करते हैं, जिससे उनके परिवार पर अनावश्यक वित्तीय बोझ पड़ता है। इसी भावना एवं पर्यावरणीय संरक्षण को ध्यान में रखकर बच्चों को बेकार माने जाने वाले सामान से क्राफ्ट उपयोगी वस्तुएं बनाना सिखाया गया है।
कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त शिक्षक, शिक्षेकत्तर कर्मचारी सहित विद्यार्थियों के माता-पिता एवं अभिभावक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य सुश्री पटेल ने सभी अभिभावकों का विशेष रूप से धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि उनके सहयोग के बिना यह कार्यक्रम संभव नहीं था।