haridwar|टीबी मरीजों को मिलने लगी ” गोद “| यह कर्मचारी संघ आया आगे| click कर पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
देश से क्षय रोग यानि टीबी को पूरा तरह से खत्म करने की दिशा में गंगा की गोद हरिद्वार में चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ ने सराहनीय पहल की है। शासन स्तर पर टीबी मरीजों को गोद लेने के निर्णय के बाद हरिद्वार चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया है। गोद लेने के तहत टीबी मरीजों को 6 माह तक हर माह पौष्टिक आहारयुक्त किट प्रदान की जायेगी। संघ के इस कदम की चौतरफा सराहना हो रही है। इससे पहले भी चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ तमाम सामाजिक कार्यों में आगे आता रहा है।
शासन स्तर लिये गये निर्णय के बाद हरिद्वार जिले में भी टीबी मरीजों को गोद लेने की दिशा में कसरत शुरू हो गयी है। इस क्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार डा कुमार खगेन्द्र और वरिष्ठ जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ आर के सिंह हरिद्वार द्वारा टी बी मुक्त भारत की जागरूकता अभियान के तहत सभी राजकीय संगठनों के अधिकारियो और कर्मचारियों का निक्षय मित्र बनाकर टी बी रोगियों गोद लेने पर होमवर्क तेज हो गया है।
इस होमवर्क का चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने टी बी जागरूकता के तहत टी बी मुक्त भारत बनाने के तहत सरकार और शासन की इस पहल का स्वागत करते हुए सहयोग करने का निर्णय लिया है और इसके साथ ही यह भी निर्णय लिया है कि अपने साथ साथ सामाजिक संस्थओं और समाज में अच्छे कार्य करने वाले व्यक्तियों को भी इसमें जोड़ा जाएगा जिसकी पहल संघ द्वारा कर दी गई है
जिसके तहत प्रथम चरण में दिनेश लखेड़ा, शिवनारायण सिंह, राजेंद्र तेश्वर, राकेश भंवर, ताजबर सिंह नेगी, महेश कुमार,सचिन, रजनी,संदीप शर्मा, विनोद मचल दीपू, प्रदीप कुमार ने टी बी के रोगियों को गोद लेने निर्णय कर लिया है और आगे भी और कर्मचारियों को इस जागरूकता और सामाजिक कार्य में जोड़ा जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा जिलाध्यक्ष शिवनारायण सिंह जिला मंत्री राकेश भंवर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजेंद्र तेश्वर,प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा कुमार खगेन्द्र और जिला क्षय रोग अधिकारी हरिद्वार डा आर के सिंह का आभार व्यक्त किया कि उनके द्वारा संगठन को इस सामाजिक जागरूकता में सम्मलित किया। जल्द ही अन्य सामाजिक संस्थाओ और सामाजिक कार्यकर्ता को इसमें जोड़ा जाएगा जिसका प्रारंभ प्रदीप कुमार जी द्वारा 5 मरीजो को गोद लेना और विनोद मचल, दीपू द्वारा भी एक एक मरीजो को गोद लिया गया है और जल्द ही इसमें ऋषिकुल, गुरुकुल आयुर्वेदिक चिकित्सालय कालेज, होमियोपैथ के कर्मचारियों को भी जागरूक कर इसमें सहयोग कराया जाएगा।