satpuli| ” पुण्य की पाठशाला ” में बैंड, बाजा व बारात और लिये ” सात फेरे “| जगमोहन डांगी की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, जगमोहन डांगी, सतपुली
नयारघाटी सतपुली के पास स्थित ठाकुर साहब की पुण्य की पाठशाला मेें एक और पुण्य का कार्य हुआ। यहां गरीब बेटी का विवाह संपन्न होने के साथ ही एक नयी शुरूआत भी हो गयी है। बैंड-बाजा बजने के साथ ही बारात भी आयी और विधि-विधान से सात फेरे भी लिये गये। इस पुण्य के कार्य के साथ ही यहां से एक बड़ा और सार्थक संदेश भी निकला है जो बहुत दूर तक जायेगा।
जनपद पौड़ी के नयारघाटी क्षेत्र सतपुली से कुछ ही दूरी पर स्थित ठाकुर संुदर सिंह चौहान वृद्धाश्रम अपने आप खास है। यहां वृद्धों को लाठी का सहारा मिल रहा है। इसे पुण्य की पाठशाला भी कहा जाता है। पिछले कुछ समय से इस पुण्य की पाठशाला में पुण्य के कार्यों को विस्तार देने पर मंथन चल रहा था। जिसके बाद तय हुआ था कि अब इस वृद्धाश्रम में गरीब परिवारों की बेटियों का विवाह भी किया जायेगा। काफी मंथन के बाद इसके लिये समिति बनायी गयी।
आखिरकार सार्थक, सकारात्मक व समाज सेवा की यह सोच साकार भी हुयी। 27 सितंबर-2022 का दिन इसका गवाह बना। विधि-विधान से यहां गरीब बेटी का विवाह संपन्न हुआ।
बारात भी आयी, बैंड-बाजा भी बजा और विवाह मंडप भी सजा व पंडित जी ने मंत्र भी पढ़े। इस पुण्य के कार्य की चौतरफा सराहना हो रही है। इसके साथ ही एक नयी पहल भी शुरू हो गयी है जिसके भविष्य में विस्तार व आकार लेने की पूरी-पूरी उम्मीद है। इस मौके पर ठाकुर सुंदर सिंह चौहान ने कहा कि सेवा भाव जरूरी है। जरूरतमंदों की सेवा व सहायता करने को हर व्यक्ति को अपने स्तर पर प्रयास करने चाहिये। मैं भी ऐसा ही करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में आमजन सहयोग देने का आगे आये।