मीठीबेरी| प्रधानी की रेस में ” कमलेश “| कितने फिट| click कर पढ़िये पूरी NEWS
सिटी लाइव टुडे, चुनावी डेस्क
लालढांग न्याय पंचायत की रसूलपुर मीठीबेरी ग्राम पंचायत की प्रधानी को लेकर जोर-आजमाईश तेज होने लगी है। आने वाले दिनों में यहां सिसासी रंग और भी गाढ़ा होते दिखेगा। अपने-अपने वादों व दावों के साथ प्रत्याशी मैदान में हैं। इस ग्राम पंचायत की प्रधानी पद पर कमलेश द्विवेदी की जोर-आजमाईश क्या गुल खिलायेगी। फैसला गांव की जनता को करना है। लेकिन कुर्सी की इस रेस में कमलेश पूरी ताकत के साथ डटे हैं।
कमलेश द्विवेदी ने नारा दिया है कि सेवक चुनें, स्वामी नहीं। कमलेश परिवर्तन की बात कर रहे हैं। गांव के विकास के कई फार्मूले कमलेश भी बता रहे हैं। विकास का साफ-सुथरा व पारदर्शी एजेंडा के उनके सियासी तरकश में भी है। कमलेश के साथ जुडे़ पॉजिटिव फेक्टर की लिस्ट भी लंबी-चौड़ी है। इसमें कोई दोराय नहीं है कि कमलेश द्विवेदी क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मुखर होते रहे हैं। पेयजल की समस्या हो या फिर सड़क का क्षतिग्रस्त होना, कमलेश संबंधित विभागों के अधिकारियों से भिडते भी देखे गये हैं। सरकार किसी भी हो समस्याओं को लेकर कमलेश ने कोई समझौता नहीं किया है। समय-समय पर कमलेश समस्याओं को लेकर गरजते रहे हैं।
राजनीति पकड़ व पहुंच भी कमलेश के पास काफी मजबूत है। रसूलपुर मीठीबेरी ग्राम पंचायत के साथ कमलेश का नाता सालों पुराना है। इस ग्राम पंचायत में कमलेश सक्रिय भी रहे हैं और लोकप्रिय भी। अब जब कमलेश ने प्रधानी पद पर ताल ठोकी हैं तो सारे पॉजिटिव फेक्टरों को कैश करने की जरूरत है। बहरहाल, कमलेश जनता के बीच हैं। ग्रामीणों को ही तय करना है कि ग्राम पंचायत के विकास की बागडोर किसे सौंपी जाये।