असवालस्यूं|यहां के ग्रामीणों को क्यों लग रहा ” डर “| पिंजरा लगाओ| पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
पर्वतीय क्षेत्रों में जंगली जानवरों का आंतक थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे ग्रामीण डरे-सहमे हुये हैं। जनपद पौड़ी की असवालस्यूं पट्टी के दर्जनभर गांवों में गुलदार की चहलकदमी ग्रामीणों के लिये मुसीबत का सबब बनी हुयी हैं। यहां गुलदार निरंतर अंतराल के बाद मवेशियों को निशाना बना रहा है। ग्रामीणों ने गुलदार को पकड़ने के लिये पिंजरा लगाने की मांग की है। इस संबंध में जल्द ही ग्रामीणोें का एक प्रतिनिधिमंडल डीएफओ से मिलने की तैयारी में है।
कल्जीखाल ब्लाक की असवालस्यूं पट्टी के चामी, सुराल गांव, जैथोल गांव, बलिन गांव, उरमोला, सरासू, सीरों, कांडा, मरगांव, बडेर गांव, डुंक गांव, पिपला, खीला, रिंगवड गांव आदि गांवों में गुलदार सक्रिय बना हुआ है। इन गांवों में गुलदार की चहलकदमी से ग्रामीणों में भय बना हुआ है। जंगलों में तो गुलदार सक्रिय है ही लेकिन गांवों की चैखट तक गुलदार के पहुंचने से अनहोनी की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
क्षेत्र के जागरूक ग्रामीण संदीप सिंह रौथाण ने बताया कि काफी लंबे समय से गुलदार गांवों तक पहुंच रहा है। बीती रात पिपला के झब्बू दा की गौशाला तक गुलदार धमक गया। गुलदार से यहां खिडकी के रास्ते ही बकरी को सिर तोड़ डाला। इससे पहले सुराल गांव में मवेशियों को निवाला बनाया था। गुलदार की लगातार सक्रियता से ग्रामीणों में असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
प्रखर वक्ता व तेज-तर्रार ग्रामीण राजेंद्र सिंह रौथाण का कहना है कि क्षेत्र में जल्द से जल्द पिंजरा लगाना चाहिये। ऐसा नहीं होने पर अनहोनी भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को एकजुट होकर प्रशासन से पिंजरा लगाने की मांग करनी चाहिये। कहा कि ग्रामीणों को साथ लेकर वन विभाग से मुलाकात करेंगे और पिंजरा लगाने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि पिंजरा नहीं लगने पर आंदोलन से भी पीछे नहीं हटा जायेगा। डुंक के जागरूक नागरिक दशरथ सिंह रौथाण ने ग्रामीणों से अपील की है कि सावधानी बरतें। अकेले जंगलों में नहीं जायें। कहा कि वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग की जायेगी।
ग्रामीण झब्बू दा, कुलदीप सिंह रौथाण, महेंद्र सिंह रौथाण, खूब सिंह. अमरदीप सिंह रौथाण, सूरपाल, , भोपाल नेगी . पूर्व सैनिक एरिया कमांडर . उरमोला के बिट्टू आदि ने बताया कि ग्रामीणों ने तय किया है कि एक प्रतिनिधिमंडल डीएफओ से मुलाकात करेगा और गुलदार को पकड़ने के लिये पिंजरा लगाने की मांग करेगा।