” होटल की नौकरी मा “| बेरोजगारी की पीड़ा बयां करता एक गीत| पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
सरकार के दावों के इतर सच्चाई तो यही है कि उत्तराखंड में आज भी रोजगार अकाल पड़ा हुआ है। रोजगार की योजनाओं की फाइलों में ही बनती रही है लेकिन हकीकत किसी से छिपी नहीं है। गीतकारों की गीतों व गायकों की आवाज ने भी बेरोजगारी की इस पीड़ा को बयां किया है। युवा गायक गौरव नौडियाल का गीत भी बेरोजगारी की पीड़ा का अहसास करता है। मां को संबोधित यह गीत सरकार के दावों की पोल भी खोलता है और हकीकत को भी बयां करता है।
अपने उत्तराखंड का उभरता युवा गायक गौरव नौडियाल का गीत सोसल मीडिया में छाया हुआ है। उनका होटल की नौकरी माँ खुदेड गीत Uk Voice Groupन चैंनल के माध्यम से निकला हुआ है जो सभी होटलियर भाईयांे और खासो-आम के जुबान पर यह गीत राज कर रहा है।
गौरव नौडियाल मूल रूप से पौडी गढ़वाल के थैलीसैंण ब्लॉक कंडारस्यूं पट्टी के बहेड़ी (पैठाणी) गांव से है। उन्होंने उतराखंड के बहुत से गीत भजन भी गाये हैं। सुपर हिट गीत पैठाणी की रीना से उन्होंने संगीत जगत में कार्य शुरू किया। विशेष सहयोग उत्तराखंड कलाकारों की आवाज ग्रुप एवं अपणु पौडी का कलाकारो का ग्रुप का रहा। इस। गीत को संगीत से Doon studio (Rajeev Dobriyal ) ने सजाया है प्रड्यूस किया है है प्रदीप पंत ने।