पौड़ी| खिलेगा कमल या किशोर की हसरत होगी पूरी| प्रचार में कौन रहा पिछड़| जगमोहन डांगी की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, जगमोहन डांगी, पौड़ी गढ़वाल
पौड़ी सुरक्षित सीट पर मुकाबला कांटे का माना जा रहा है। भाजपा व कांग्रेस में सीधी टक्कर मानी जा रही है। राज्य गठन के अब तक के सफर में यह सीट भाजपा के लिये टेढ़ी खीर ही साबित होती रही है। 2017 में पहली बार और एक बार भाजपा ने इस सीट पर दर्ज की थी। तब भाजपा से मुकेश कोहली ने यहां जीत हासिल की थी। अब इस बार मुकेश कोहली की जगह राजकुमार पोरी हैं। अब देखना यह है कि भाजपा इस सीट पर दूसरी बार फतह हासिल कर पायेगी या फिर कांग्रेस के नवल किशोर बाजी मारेंगे। प्रचार के मामले में देखा जाये अभी भाजपा ही भारी पड़ती दिख रही है।
राज्य गठन के बाद अब तक हुए चार विधानसभा चुनाव में पौड़ी विधानसभा सीट पर पिछली बार मोदी लहर में पहली बार मुकेश कोली ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने नवल किशोर को एक बार फिर मैदान में उत्तरा है। जबकि भाजपा ने इस बार सिटिंग विधायक मुकेश कोली की टिकट काटकर राजकुमार पोरी पर दांव खेला हैं। राजकुमार पोरी लगातार क्षेत्र में लगातार सक्रिय होने और जनता की पसंद के उम्मीदवार बताए जाते हैं। राज्य बनने के बाद 2012 नए परिसीमन होने पर कोट,कल्जीखाल व पौड़ी विकासखंड के ग्रामीण इलाकों व पौड़ी नगर को मिलाकर गठित पौड़ी विधानसभा सीट वर्ष 2012 से अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। परिसीमन से पूर्व इस सीट का कुछ हिस्सा श्रीनगर विधानसभा के अधीन आता था। पौड़ी सीट पर वर्ष 2002 में कांग्रेस के नरेंद्र सिंह भण्डारी का कब्जा रहा, जबकि 2007 में कांग्रेस पृष्टभूमि के निर्दलीय यशपाल बेनाम वर्तमान भाजपा के नगर पालिका अध्यक्ष ने भाजपा प्रत्याक्षी तीरथ सिंह रावत जो वर्तमान गढ़वाल सांसद को मामूली अंतर से हराया था।
वही वर्ष 2012 में यह सीट कांग्रेस के सुंदरलाल मंद्रवाल ने भाजपा के अचानक टिकट पाने में कामयाब हुए हास्य कलाकार घनानंद को हराकर कमल नहीं खि़लने दिया। 2017 में पहली बार पौड़ी में मुकेश कोली के नाम से कमल खिला था। हलांकि इसके पीछे पिछली बार पौड़ी रामलीला ग्राउंड में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व श्रीनगर में प्रधानमंत्री मोदी की लहर से जोड़ा गया हलांकि इस बार भाजपा ने लंबे समय से भाजपा के निष्ठावान समर्पित कार्यकर्ता आरएसएस के करीबी राजकुमार पोरी मैदान में उतार कर सही दांव खेला। उनकी जनता के बीच अपनी अच्छी पकड़ मानी जाती है।
लगातार भाजपा के स्टार प्रचारक डोर टू डोर उनके लिए चुनाव प्रचार में पौड़ी आ रहे हंै। एक बार फिर कल श्रीनगर में प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा होनी है। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी नवल किशोर के लिए कांग्रेस की तरफ से कोई बड़ा स्टार प्रचारक डोर टू डोर कैंपेन करने पौडी विधानसभा में नहीं आया जबकि समय बहुत कम है। ऐेेसे में फैसला तो जनता को ही करना है। अभी कुछ कहना जल्दबाजी ही होगा। बस इंतजार है।
इस चुनावी समर में मनोहर लाल पहाड़ी तीसर बार मैदान में है। इस बार मनोहर आप के टिकट पर पौड़ी से प्रत्याशी हैं। पहाड़ी का भी विस में अच्छा जनाधार है। जनता के बीच लगातार सक्रियता उनकी ताकत मानी जाती है| मनोहर दिल्ली माॅडल को लेकर जनता के बीच हैं।