श्यामपुर- मुकेश कुमार सूर्या
: जनपद हरिद्वार ब्लॉक बहादराबाद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत श्यामपुर की दलित बस्ती में डाली गई सीसी सड़क बनने के मात्र तीन महीने बाद ही टूट कर बिखर गई! जोकि ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों और इस कार्य से जुड़े सरकारी अधिकारियों की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगा रही है!
3 महीने पहले निर्माण की गई इस सड़क की हालत देखने से पता चलता है कि किस प्रकार इसके निर्माण के वक्त गुणवत्ता को दरकिनार करते हुए घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया होगा! और किस हद तक सरकारी पैसे की बंदरबांट की गई होगी! इसीलिए कुछ ही महीने में यह सड़क टूट कर बिखर गई! इस सड़क के यह हालात तब हैं जब अमूमन इस सड़क का इस्तेमाल हमेशा नहीं होता कभी कभार ही कोई पैदल ग्रामवासी इस सड़क से होकर गुजर जाता है! और इस सड़क से कोई बड़ा वाहन तो क्या बनने के बाद अभी तक कोई साइकिल तक इस सड़क से नहीं गुजरी होगी!
सूत्रों के अनुसार लगभग 100 मीटर लंबी सड़क का निर्माण राज्य वित्त योजना से ग्राम पंचायत के द्वारा कराया गया है! निर्माण के वक्त पंचायत निरीक्षक और इंजीनियर भी मौजूद रहे होंगे! फिर जिम्मेदार लोगों के रहते किस प्रकार इस सड़क के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया, यह सवाल इस सड़क को पास करने वाले इंजीनियर की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह लगाता है! कि ऐसे जिम्मेदार व्यक्ति के रहते किस प्रकार इस घटिया सामग्री वाली सड़क को पास कर दिया गया! उत्तराखंड सरकार गांव के विकास को लेकर पर्याप्त बजट उपलब्ध करवा रही है! फिर भी गांव का समुचित विकास नहीं हो पा रहा है! जीन जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों पर गांव के विकास की जिम्मेदारी है उक्त सड़क को देखकर तो ऐसा ही लगता है कि वही गांव के विकास की योजनाओं को पलीता लगाने में जुटे हुए हैं!