अफगानिस्तान के परिदृश्य में सद्भावना दिवस और भी प्रांसगिक | पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
एस.एम.जे.एन.पी.जी. काॅलेज में सद्भावना दिवस पर शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा द्वारा समस्त प्राध्यापकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को सद्भावना की शपथ दिलायी गयी। इस अवसर पर काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि वर्तमान में विश्व में अफगानिस्तान को लेकर उहापौह की स्थिति है तथा वहां की उथल-पुथल का असर वैश्विक स्तर पर भी परिलक्षित हो रहा है। मानवाधिकारों का हनन तथा राजनैतिक संकट के कारण वहाँ की स्थिति भयावह है। डाॅ. बत्रा ने कहा कि वर्तमान स्थिति में सद्भावना शपथ का महत्व और अधिक हो जाता है।
यह दिवस पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के जन्मदिवस पर वर्ष 1992 से मनाया जा रहा है। सद्भावना का मतलब एक-दूसरे के प्रति अच्छी भावना रखना होता है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी देश के एक युवा नेता एवं प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने भारत देश के विकास के लिए अनेकों कार्य किये। डाॅ. बत्रा ने कहा कि सद्भावना दिवस का एक ही उद्देश्य है कि देश के सभी जाति धर्म के लोग एक-दूसरे से प्यार एवं स्नेह करें तथा एक-दूसरे के प्रति अच्छी भावना रखे। डाॅ. बत्रा ने कहा कि कि स्व. राजीव गांधी द्वारा कहा गया एक-एक शब्द प्रेरणादायी होता था, जो देश के युवाओं को भारत का नेतृत्व करने के लिए आज भी प्रेरित करता है। देश के विकास एवं सद्भाव हेतु सद्भावना शपथ आज भी प्रांसगिक है। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने कहा कि सद्भावना दिवस पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा किये गये अविस्मरणीय प्रयास, राष्ट्र की प्रगति के कार्य, राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय परियोजनाओं में उनके अभूतपूर्व योगदान को याद किया जाता है। यह दिन राष्ट्रीय प्रगति के उनके जुनून को पूरा करने के लिए मनाया जाता है।
मुख्य अनुशासन अधिकारी डाॅ. सरस्वती पाठक ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की स्मृति में प्रत्येक वर्ष सद्भावना दिवस मनाया जाता है, जिन्होंने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना देखा था। उनके द्वारा देश के लिए कये गये अनेक सामाजिक और आर्थिक कार्यों द्वारा भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के दृष्टिकोण को साफतौर पर देखा जा सकता है।
इस अवसर पर डाॅ. मन मोहन गुप्ता, डाॅ. तेजवीर सिंह तोमर, डाॅ. नलिनी जैन, विनय थपलियाल, डाॅ. सुषमा नयाल, डाॅ. अमिता श्रीवास्तव, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. मोना शर्मा, डाॅ. निविन्धया शर्मा, डाॅ. विनीता चैहान, वैभव बत्रा, डाॅ. शिव कुमार चैहान, डाॅ. मनोज सोही, श्रीमती रिंकल गोयल, डाॅ. प्रज्ञा जोशी, सुगन्धा वर्मा, प्रिंस श्रोत्रिय, डाॅ. विजय शर्मा, डाॅ. पदमावती तनेजा, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, अकित अग्रवाल सहित अनेक प्राध्यापक व कर्मचारी उपस्थित थे।