… तो भाजपा को सूट कर रहा ‘केजरीवाल इफेक्ट’ ? | वरिष्ठ पत्रकार धनेश कोठारी की खास रिपोर्ट
- भरोसा कि सिर्फ कांग्रेस की जमीन बंजर करेगी ‘आप’
- 100 यूनिट तक फ्री बिजली का ऐलान का शायद यही एंगल !
- CITYLIVETODAY. MEDIA HOUSE
उत्तराखण्ड की सियासत में आम आदमी पार्टी की दस्तक को पहले पहल गंभीरता से नहीं लिया गया। विरोधी अब भी उसे गंभीरता लेने के भावों को छुपाने की भरसक कोशिश कर रहे हैं। लेकिन ‘चक्रव्यूह’ में फंसने जैसी स्थितियां बता रही हैं कि उन्हें (विरोधियों को) भी आप की जमीनी हैसियत का अंदाजा होने लगा है। भाजपा सरकार का हालिया 100 यूनिट तक फ्री बिजली का ऐलान तो कमोबेश यही समझा रहा है। वैसे पूर्व सीएम हरीश रावत भी पहले और अब फिर से; कांग्रेस के सत्ता में लौटने की शर्त पर फ्री बिजली की स्कीम को परोस ही चुके हैं।
20 वर्षों तक बारी-बारी उत्तराखण्ड की सत्ता हासिल करने और पारंपरिक राजनीति के अपने ही खोल में सिमटे रहने की आदी हो चुकी बीजेपी और कांग्रेस 2022 के आम चुनाव को लेकर पहली बार पसोपेश में दिख रही हैं। मगर मायने इतने भर तक ही सीमित नहीं। दिल्ली में ‘केजरीवाल इफेक्ट’ से दोनों ही तीन बार लगातार बेतरह मात खा चुकने बाद वे कतई नहीं चाहेंगे कि दिल्ली को उत्तराखण्ड में भी दोहराया जाए। लिहाजा, उन्होंने अपने लिए भी वैसे ही राजनीतिक औजार गढ़ने शुरू कर दिए हैं।
कांग्रेस को सत्ता में लौटने की जल्दी तो है, लेकिन प्रतिपक्ष होने के बावजूद बीते वर्षों में वह जनता का विश्वास दोबारा जीतने के लिए कुछ खास नहीं कर पायी है। अब तक भी ‘‘…छींका टूटने’’ का ही इंतजार है। मगर आप की इंट्री ने उसके इस ख़्वाब को जरूर ठिठका सा दिया है। जाहिर तौर पर ‘हरदा’ का ‘फ्री बिजली स्कीम’ का वादा तो यही कह रहा है।
भाजपा को ‘आप’ की इंट्री शायद अब अपने माफिक लगने लगी है। बर्तज ‘आप’ के प्रदेश में 100 यूनिट बिजली फ्री देने के ऐलान से कमोबेश यही संदेश निकल रहा है। संभवतः उसे भरोसा भी हो चला कि ‘केजरीवाल इफेक्ट’ जितना प्रबल होगा, 2022 में कांग्रेस की सियासी जमीन उतनी ही बंजर होती जाएगी। ‘आप’ के ‘मुद्दों’ को उससे ही ‘झटक’ कर उन्हें अपना बना लेना कुछ ऐसा ही बता रहा है। ताकि 2022 से पहले ही उसे अपनी खोयी हुई साख फिर से हासिल हो जाए।
खैर, वक्त के तराजू पर ही साबित होगा कि ‘केजरीवाल इफेक्ट’ से 2022 का पलड़ा किस जानिब झुकेगा? वहीं देखना होगा कि कांग्रेस और आप सत्ता की सीढ़ी चढ़ने के लिए अपनी रणनीति को किस तरह धारदार देंगे?