Mogambo Khush Hua..हुनर की चमक से ” चम-चम-चमका ” कन्या गुरूकुल और चांदी का सिक्का…|Click कर पढ़िये पूरी News
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
ज्योति पर्व दीपावली से पहले ही कन्या गुरुकुल हरिद्वार हुनर की आभा से जगमगा उठा। पांच दिनों तक यहां हुनर का ऐसा बेजोड़ प्रदर्शन किया गया कि दिल बाग-बाग हो उठा। जिसने देखा उसने बस यही कहा कि वाह क्या बात है। 21 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक कन्या गुरूकुल में चले दिवाली मेला हुनर को पंख लगाने का काम कर गया। अब उम्मीद जगी है कि ऐसे आयोजन आगे भी होते रहेंगे। ऐसा होना अच्छी बात भी है। यूं सबकुछ बेहद खास रहा लेकिन 10 ग्राम के चांदी सिक्के के पुरस्कार से खासा आकर्षण उत्पन्न किया। खबर में इस चांदी कि सिक्के का जिक्र भी विस्तार से करेंगे। गुरूकुल कांगड़ी विवि के मनोविज्ञान विभाग के मीडिया प्रभारी डा मनोज कुमार चैाहान ने इस बाबत विस्तार से जानकारी उपलब्ध करायी है।
कन्या गुरूकुल के मनोविज्ञान में आयोजित इस मेले से हर किसी मन से भाग लिया। मन से भाग लिया और प्रतिभा का प्रदर्शन भी मन से ही किया। आइये जानते हैं कि इस आयोजन में क्या-क्या हुआ।
इस दिवाली मेले में 21 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक दिवाली मेले का आयोजन किया गया। 21 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक छात्राओं की रुचि अनुसार उनकी प्रतिभा निखारने तथा छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए मेहंदी, स्टोन पेंटिंग, दिया डेकोरेशन, पॉट डेकोरेशन, बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट, दुपट्टा पेंटिंग, कैनवॉश पेंटिंग तथा ज्वेलरी मेकिंग कौशल विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
21 अक्टूबर को कन्या गुरुकुल की दर्शन शास्त्र विभाग की अध्यापिका प्रोफेसर बबीता शर्मा ने छात्राओं को दिया डेकोरेशन, पॉट डेकोरेशन तथा स्टोन पेंटिंग की ट्रेनिंग दी।
22 अक्टूबर को कन्या गुरुकुल की बी ए तथा एम ए की छात्राओं ने प्रतिभागियों को मेहंदी लगाने की ट्रेनिंग दी।
इसी क्रम में 23 तथा 24 अक्टूबर को अन्य कौशल विकास कार्यक्रमों की ट्रेनिंग छात्राओं को विभाग की अध्यापिका द्वारा दी गई तथा पहले सिखाई गई कौशल का अभ्यास करवाया गया ।
दिवाली मेले के आखिरी दिन 25 अक्टूबर को छात्राओं ने स्वयं के द्वारा बनाए गए डिजाइनर दिए, पॉट, पेंटिंग दुपट्टा आदि के कन्या गुरुकुल में स्टॉल लगाए। इस दीवाली मेले पर कन्या गुरुकुल की सभी अध्यापिकाओं शिक्षक कर्मचारी तथा छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
कार्यक्रम का प्रारंभ कुलगीत से किया गया तथा छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक प्रोग्राम किए गए। दीपावली मेले के मुख्य अतिथि मनोविज्ञान विभाग के प्रोफेसर अरुण कुमार ने दिवाली मेले के सफल आयोजन पर प्रशंसा जताते हुए सभी को बधाईयां दी तथा भविष्य में भी ऐसे कौशल विकास कार्यक्रमों का आयोजन करते रहने के लिए प्रेरित किया ।
अंत में कन्या गुरुकुल की प्रभारी प्रोफेसर सुरेखा राणा द्वारा स्टॉल मे प्रथम द्वितीय तथा तृतीय स्थान आने पर छात्राओं को पुरस्कृत किया ।
नृत्य प्रतियोगिता में सल्पना प्रथम, रिया द्वितीय , रिद्धिमा जोहरी व आकांक्षा नेगी,तृतीय व चतुर्थ स्थान पर रही। स्टॉल प्रतियोगिता में एमएससी पर्यावरण विभाग प्रथम, दर्शन विभाग द्वितीय तथा मनोविज्ञान विभाग की छात्राएं तृतीय व चतुर्थ स्थान पर रही। मेले का मुख्य आकर्षण लकी ड्रा का स्टॉल रहा जिसमें विजेता को 10 ग्राम चांदी का सिक्का दिया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ सुनीता रानी, रिचा सक्सैना तथा पारुल मलिक द्वारा किया गया तथा संयोजन विभाग से दीपा साहू, मणिका तथा हरिराम द्वारा किया गया।