6 July… गुप्त नवरात्रि मन्त्रों एवं यंत्रों की सिद्धि का ” स्वर्णिम अवसर “| प्रस्तुति-आचार्य दैवज्ञ
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
देहरादून। इस वर्ष 6 जुलाई से शुरू हो रही गुप्त नवरात्रि पर ग्रहों का ऐसा संयोग बन रहा है, जो मन्त्रों एवं यंत्रों की सिद्धि के लिए स्वर्णिम अवसर है।
उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल “दैवज्ञ “बताते हैं, कि *गुप्त नवरात्रि के दौरान 10 महाविद्याओं मां काली, तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंबगी और कमला देवी की पूजा-आराधना की जाती है। शास्त्रों के अनुसार गुप्त नवरात्रि में इन देवियों की पूजा करने से ब्रह्मांड की रहस्यमयी शक्तियां प्रकट होती हैं। साथ ही घर-परिवार में फैली नकारात्मकता दूर होती है।
साल 2024 में गुप्त नवरात्रि 6 जुलाई से शुरू होगी और 15 जुलाई 2024 को समाप्त होगी। इस साल चतुर्थी तिथि 2 दिन है, इसलिए आषाढ़ गुप्त नवरात्रि का त्योहार 10 दिनों तक मनाया जाएगा, विघ्नहर्ता गणेश की तिथि की वृद्धि होने से मन्त्रों और यंत्रों की सिद्धि के लिए यह गुप्त नवरात्रि अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है।
गुप्त नवरात्रि का महत्व
मुख्यमंत्री द्वारा ज्योतिष वैज्ञानिक सम्मान से सम्मानित आचार्य दैवज्ञ बताते हैं, कि गुप्त नवरात्रि के दौरान महाविद्याओं की पूजा की जाती है। श्रीमद् देवी भागवत पुराण के अनुसार जो भी भक्त गुप्त रूप से इनकी साधना करता है उसे ब्रह्मांड के गहरे रहस्य भी पता चल जाते हैं। गुप्त नवरात्रि में मंत्र एवं यंत्र साधना का बहुत बड़ा महत्व है। शास्त्रों के अनुसार जो लोग गुप्त नवरात्रि के दौरान माता को प्रसन्न कर देते हैं, उन्हें भविष्य दिखने लग जाता है।
मन्त्रों की ध्वनि को यंत्रों में परिवर्तित कर जीवन की समस्त समस्याओं का निदान करने वाले आचार्य” दैवज्ञ” बताते हैं ,कि जिन लोगों पर शत्रुओं की बुरी नजर और कल्पना का दोष है, व्यापार और बिजनेस में परिश्रम के बावजूद लाभ नहीं हो रहा है, बच्चों की शादी में अनावश्यक विलंब हो रहा है, नौकरी में परिश्रम के बावजूद तरक्की नहीं हो रही है, बहुत परिश्रम के बाद भी कंपटीशन में सफलता नहीं मिल रही है, शादी होकर टूट गई है, संतान की प्राप्ति नहीं हो पा रही है, उन लोगों को अपने लिए यंत्र बनवाने के लिए अभी से संपर्क कर लेना चाहिए।
आचार्य जी का संक्षिप्त परिचय
नाम आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल” दैवज्ञ “
राज्य लोक सेवा आयोग से चयनित सहायक निदेशक शिक्षा – संस्कृत शिक्षा उत्तराखंड सरकार/
निवास स्थान 56 / 1 धरमपुर देहरादून फ़ोन no 9411153 845 एवं 701788 6131
उपलब्धियां
वर्ष 2013 में सबसे पहले केदारनाथ आपदा की भविष्यवाणी की थी इसलिए 2018 तक लगातार मिला” एक्सीलेंस अवॉर्ड”
वर्ष 2015 में शिक्षा विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने पर मिला राज्य का” प्रथम गवर्नर अवार्ड”
लगातार सटीक भविष्यवाणियां करने पर वर्ष 2016 में राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दिया “उत्तराखंड ज्योतिष रत्न सम्मान “
मंत्रो की ध्वनि को यंत्रों में परिवर्तित करने का विज्ञान विकसित करने के लिए वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया “ज्योतिष वैज्ञानिक” सम्मान /
वर्ष 2018 एवं 2019 में राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन में उत्तराखंड सरकार ने लगातार दिया” ज्योतिष विभूषण सम्मान”
नवंबर 2022 में लगातार सटीक भविष्यवाणी करने पर ग्राफिक एरा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दोबारा से दिया “उत्तराखंड ज्योतिष रत्न सम्मान “
इसके अतिरिक्त भी पूरे देश एवं विदेशों में 700 से अधिक श्रीमद् भागवत कथाओं का प्रवचन करते हुए अनेक “राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मान उपाधियों” से हुए हैं सम्मानित/
सहायक निदेशक के रूप में फरवरी 2023 में मिला “ऑफिसर ऑफ द ईयर अवार्ड” सम्मान।
शिक्षा अधिकारी के रूप में उत्कृष्ट कार्यो के लिए 24 दिसंबर 2023 को राज्यसभा सांसद नरेश बंसल के हाथों से मिला “सुशासन के सूत्रधार अधिकारी सम्मान”
8 जनवरी 2024 को शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा में मूलभूत सुधार करने एवं ज्योतिष के क्षेत्र में सटीक भविष्यवाणियों के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन में दिया” ज्योतिष सूर्य सम्मान”