Happy Holi. रंग लगाने को लेकर AIIMS की Advisory | विकास श्रीवास्तव की Report
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
AIIMS Advisory : ऋषिकेश 23 मार्च 2024: होली पर इन दिनों बाजार में केमिकल वाले रंगों की भरमार है। ऐसे रंग आपकी आंखों और त्वचा दोनों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसके अलावा इनसे अस्थमा और एलर्जी की शिकायत भी हो सकती है। एम्स ऋषिकेश ने होली पर स्वास्थ्य एडवाईजरी जारी कर सलाह दी है कि, होली खेलते समय अपने स्वास्थ्य के प्रति विशेष सावधानी बरतें।
आंखों का रखें विशेष खयाल
एम्स के नेत्र रोग चिकित्सक डॉ. संजीव कुमार मित्तल ने बताया, होली पर आंखों की देखभाल करना न भूलें। होली के अगले दिन कई लोग आंखों में जलन, दर्द और रोशनी कम होने की शिकायत लेकर आते हैं। बताया, आंखों की सुरक्षा के लिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। कोशिश करें कि रंगों के छींटें आंखों में न जाएं। बचाव के लिए धूप का चश्मा या सुरक्षात्मक गूगल का उपयोग करना चाहिए। आंखों में रंग गिरने से बचाने के लिए टोपी पहनी जा सकती है। होली खेलते समय हमेशा प्राकृतिक और हर्बल रंगों का उपयोग करना फायदेमंन्द रहता है। यदि रंग आंखों में चला जाए तो आंखों को तुरंन्त साफ पानी से धोएं और उन्हें रगड़ने की गलती कतई न करें। बिना नेत्र रोग विशेषज्ञ की सलाह के स्वयं अपने स्तर से दवा न लें।
केमिकल रंगों से खराब हो सकती है त्वचा
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. नवीन कुमार कन्सल ने बताया कि रासायनिक रंगों से चेहरे पर जलन की समस्या हो जाती है। यह रंग मुंह में जाने से अस्थमा व एलर्जी की शिकायत के साथ-साथ चेहरा खराब भी हो सकता है। नकली और केमिकल युक्त रंगों से चेहरे में जगह-जगह दाने निकलना, खुजली होना, त्वचा का लाल हो जाना व जलन पैदा होने की समस्या हो जाती है। यदि एलर्जी ठीक हो भी जाय तो त्वचा में लंबे समय तक निशान बने रह जाते हैं। इसलिए सावधानी बरतते हुए प्राकृतिक रंगों से ही होली खेलें और बिना चिकित्सकीय सलाह के कोई भी क्रीम या दवा का उपयोग न करें।
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. रीति भाटिया ने बताया कि आजकल बाजार में उपलब्ध ज्यादातर रंगों में रसायनों, पारा, सिलिका, अभ्रक और सीसे का मिश्रण होता है। इन रंगों से चेहरे के साथ खुले हुए अंगों को बचाने के लिए नारियल या सरसों का तेल लगाना चाहिए। स्किन पर जब ये तेल अच्छी तरह लगाए जाते हैं तो इस पर रंग आसानी से नहीं चढ़ता है और हमारी त्वचा को सीधा नुकसान नहीं होता है।