Shrimad Bhagwat |विश्व शांति व प्राणि-मात्र के कल्याण की ” पूर्णाहुति “| मन से दिल में उतरा श्रीमद् भागवत का ज्ञान | अनिल शर्मा की Report
सिटी लाइव टुडे, अनिल शर्मा, लालढांग
विश्व शांति व प्राणि-मात्र के कल्याण की पूर्णाहुति के साथ सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा Shrimad Bhagwat का विधिवत समापन हो गया है। समापन पर बेहद दिव्य व भव्य भक्तिमय माहौल के बीच भंडारे का भी आयोजन किया गया। असीम आस्था व विश्वास के साथ भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया और माहौल सनातन धर्म के जयकारों व जयघोषों से गूंज उठा।
लालढांग स्थित खाकीर बाबा मंदिर परिसर में श्रीमद् भागवत कथा Shrimad Bhagwat के अंतिम दिन कथा वाचक पंडित अभिषेक कृष्ण शास्त्री द्वारा कृष्ण सुदामा का संगीत मय भजन कीर्तन के साथ वर्णन किया गया।
सात दिनों तक यहां हर कोई भक्ति के रस में तन व मन से डूबा रहा। Shrimad Bhagwat हर रोज कथावाचक पंडित कृष्ण शास़्त्री ने ज्ञान की गंगा बहायी। कभी कृष्ण जन्म तो कभी लीलाधर की लीलाओं का बेहद संुदर अंदाज मंे वर्णन किया गया। कहा कि श्रीमद् भागवत जीवन जीने की कला सिखाती है। art of living
कथावाचक ने कहा कि विश्व शांति व प्राण-मात्र का कल्याण का संदेश ही सनातन देता है। सात दिनों के इस दिव्य व भव्य लघु कालखंड में भजन-संकीर्तनों की दिव्य ध्वनियां भी गुंजायमान रही। धर्म सता के आगे राज सत्ता नतमस्तक होती रही। कई क्षेत्रीय राजनेताओं ने दरबार में माथा टेका और समाज कल्याण की कामना की।
Shrimad Bhagwat कथा समाप्ति के बाद विधि विधान से हवन कर पूर्णाहुति दी गयी। इससे पूर्व महिला कीर्तन मण्डली द्वारा भजन कीर्तन किया गया। श्रीमद्भागवत की समाप्ति पर कन्या पूजन कर भंडारे का आयोजन किया गया इस अवसर पर ग्राम प्रधान दिनेश कर्णवाल, श्रेष्ठ कुमार चौहान मुन्नी देवी, सुदन डबराल ,सागर उपाध्याय, अनिल शर्मा, प्रभात श्रीवास्तव, रमेश तड़ियाल,ऋतु, सुषमा,शुभम डबराल, कृष्ण गोपाल शर्मा, गजे सिंह, आदि सभी महिला कीर्तन मण्डली शामिल रही।