श्री तारकेश्वर धाम की जय हो| 84 गांवों से चढ़ाया गयी ” अग्याल “| सत्येंद्र चौहान सोशल की Report
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस-सतयेंद्र चौहान सोशल
रिखणीखाल प्रखंड स्थित श्री तारकेश्वर धाम की वार्षिक पूजा(देवपूजि) के मौके पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। करीब 84 गांव के ग्रामीणों ने मंदिर में नये अनाज का अग्याल चढ़ावा चढ़ाया। असीम आस्था व विश्वास के साथ हुये इस अनुष्ठान में भक्तों ने मन-वांछित फल की मनोकामना की। चारों ओर जय-जयकार की गूंज रही और धर्म-अध्यात्म का रंग बेहद गाढ़ा रहा।
अपने पौड़ी जनपद के रिखणीखाल ब्लाक स्थित श्रीतारकेश्वर धाम 84 गाँव के भूमियाल देवता है। श्री तारकेश्वर धाम की पूजा वर्ष में दो बार होती है जिसे (देवपूजी) के नाम से जाना जाता है। जेठ मास की बड़ी पूजा होती है ।जिसमें प्रतिवर्ष दूर-दूर से लोग सपरिवार भगवान तारकेश्वर के दर्शन करने और मनोकामना पूर्ण होने पर छत्र और घंटा चढ़ाने आते हैं तथा कई लोग भंडारा भी करते हैं। तारकेश्वर क्षेत्र के सभी 84 ग्राम सभाओं के लोग नया अनाज (अग्याल्)लेकर गेहूं के आटे का हलवा भोले बनाकर प्रसाद के रूप में पहले भगवान तारकेश्वर को भोग चढ़ाते हैं । उसके बाद ही सभी 84 ग्राम सभाओं के लोग नया अनाज का सेवन करते हैं।
इसी प्रकार असूज मास में भगवान तारकेश्वर की द्वितीय वार्षिक पूजा होती है जिसमें नया अनाज (अग्याल )चावल की खीर सर्वप्रथम भगवान को चढ़ाई जाती है । और फिर भंडारे के रूप में सभी ग्रामवासी अपने अपने ग्रामों का भंडारा करके प्रसाद के रूप में नया को ग्रहण करते हैं। इस क्रम में बुधवार को श्री तारकेश्वर धाम के 84 गांवों के ग्रामीणों ने नये अनाज का चढ़ावा चढ़ाकर मन-वांछित फल की कामना की।