Satpuli…ठाकुर साहब के ” पुण्य के यज्ञ ” में आहुति देने को उठे कई हाथ..आप भी हैं तैयार| जगमोहन डांगी की Report

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सिटी लाइव टुडे, जगमोहन डांगी, सतपुली


नयारघाटी सतपुली के ठाकुर साहब की बात ही निराली है। नर सेवा नारायण सेवा को ही अपना धर्म भी मान लिया और कर्म भी समझ लिया है। बुढ़ापे को सहारा देने के लिये वृद्धाश्रम है तो गरीब बेटियों के विवाह के भी इंतजाम किये हैं। सो, ठाकुर साहब के इस पुण्य के यज्ञ मंे आहुति देने के लिये कई हाथ भी साथ आ रहे हैं। द हंस फाउंडेशन ने तो दिल खोलकर साथ देना शुरू कर दिया है। गरीब बेटियों के विवाह में कन्या पक्ष के परिजनों को 31 हजार की धनराशि द हंस फाउंडेशन की ओर से दी जा रही है। इसके अलावा अन्य संगठन भी साथ खड़े होने लगे हैं। यह अच्छी बात है। आइये, आप और हम भी पुण्य के कार्य का हिस्सा बनें और पुण्य कमायें।


जी हां, आप बिल्कुल सही समझ रहे हैं ये ठाकुर सुंदर सिंह चौहान का ही हैं। दरअसल, ठाकुर साहब ने बेसहारा वृद्धों के बेहतर जीवन यापन के लिए ग्राम मलेठी पट्टी दक्षिणि मौंदाडस्यूं सतपुली पौड़ी गढ़वाल अत्याधुनिक सुविधा युक्त वृद्धाश्रम बनाया है जहां जरूरतमंद वृद्ध अपना पंजीकृत करवाकर आश्रम के नियमानुसार आश्रम की सेवाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं और उठा भी रहे हैं।

वृद्धाश्रम स्थापित करने के बाद ठाकुर सुंदर सिंह चौहान द्वारा आश्रम के माध्यम से एक और पुनीत कार्य करने का संकल्प लिया। आश्रम में ही क्षेत्र की गरीब विधवा महिलाओं की कन्याओं का विवाह करवाने का निर्णय लिया। जिसमें आश्रम के माध्यम से गरीब विधवाओं की दो कन्याओं का विवाह निरूशुल्क करवाया जाएगा। विवाह कार्य संपन्न करवाने के लिए क्षेत्र के गणमान्य समाजसेवी एवं ठाकुर सुंदर सिंह चौहान वृद्ध आश्रम से जुड़े वंधुवर्ग सेवा समिति का गठन किया था जो विवाह आयोजन को हिंदू रीति रिवाज के साथ संपन करवाएगी।

इसमें देहात में निवास करने वाली सभी वर्गाे की जरूरमंद विधवा महिलाओं को प्राथमिकता प्रदान की जाएगी इसके लिए जरूतमंद विधवा महिलाओं को छ माह पूर्व आवेदन पंजीकृत करवाना होगा ताकि बंधुवर्ग सेवा समिति आवेदन कर्ता की सत्यता की जांच पड़ताल कर आश्रम द्वारा विवाह हेतु अपनी स्वीकृति प्रदान की जा सके वंधुवर्ग सेवा समिति अबतक दो गरीब जरूरमंद कन्याओं की शादी करा चुकी हैं। इस नेक पुनीत कार्य में सतपुली के अलावा कोटद्वार के आस पास के समाजिक संस्था भी सहयोग करने आगे आए हैं। हाल में आश्रम में संपन्न करवाई गई गरीब कन्या की शादी में भोजन की व्यवस्था क्षत्रीय उत्थान समिति कोटद्वार ने की।

हंस फाउंडेशन के संस्थापक माता मंगला जी एवं भोले जी महाराज की ओर से दुल्हन के परिजनों को 31000 की धनराशि आर्थिक सहयोग पर के तौर पर उपलब्ध कराई गई। सबसे बड़ी बात है कि आश्रम में आयोजित बंधुवर्ग सेवा समिति द्वारा शादी संपन्न करवाने में कई सामाजिक संगठन भी सहयोग करने आगे आ रहे हैं ताकि उनको भी इस पुण्य कार्य में पुण्य अर्जित करने का अवसर प्राप्त हो। ठाकुर सुंदर सिंह चौहान का कहना है कि हमने व्यवस्था बनाई है। जिसमें बंधुवर्ग सेवा समिति एवं आश्रम के सेवादारों की सहयोग से भविष्य में एक साथ दो दो शादी भी संपन्न कराए जा सकते हैं।

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यदि समय रहते बंधु वर्ग सेवा समिति को जरूरतमंद विधवा कन्याओं का एवं गरीब माता पिता की पुत्री का आवेदन प्राप्त होते हैं तो एक साथ दो दो कन्याओं का विवाह संपन्न करवाए जा सकते हैं। शादी के बाद आश्रम के आंगन में वर वधू समलोंण के तौर पर एक एक वृक्ष भी लगाने की परम्परा रखी गई है।बधू पक्ष की ओर से सगून के तौर पर समस्त बंधुवर्ग सेवा समिति एवं आश्रम के सेवादारों को काल्यों याने अर्से का डिब्बा भेंट किया जाता हैं।

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