Pauri News..बेहद खास है ये दिव्य ” देवालय ” का भव्य ” भोजनालय “|धर्म, कला व संस्कृति का खजाना| जगमोहन डांगी की Report
सिटी लाइव टुडे, जगमोहन डांगी, कल्जीखाल
यूं तो देवभूिम में प्रतिष्ठित देवालयों की थाह लेना आसान नहीं है लेकिन ये देवालय कुछ ज्यादा ही अद्भुत व अलौकिक है। धार्मिक महत्व के लिहाज से तो बेहद खास है ही। अब यहां की धर्मप्रेमी नागरिकों ने इसे और भी खास ज्यादा खास बना डाला। यहां देवालय के साथ भोजनालय भी है। मंदिर में उत्तराखंड की सांस्कृति धरोहर को प्रस्तुत करते चित्र भी हैं और आध्यात्मिक महत्व का अद्भुत नजारा भी। हर नवरात्रों में निशुल्क भोजन दिया जाता है। इसमें ज्ञान का खजाना भी है और धर्म-संस्कृति व कला का बेजोड नमूना भी है।
बात हो रही है जनपद पौड़ी के कल्जीखाल ब्लाक के सांगुडा स्थित आदिशक्ति मां भुवनेश्वरी मंदिर का। देव संयोग ही कहा जायेगा कि धर्मप्रेमी जनता ने परमार्थ के इस देव स्थल पर नर सेवा का दीप जला दिया है। मंदिर विकास विकास मिशन के आजीवन सदस्य सतीश नैथानी ग्राम काण्डई ने शुरूआत की तो कारवां जुड़ता गया। सतीश नैथानी ने इस भोजनालय को पौराणिक परंपराओं का अनुसरण करते हुए भोजनालय भवन का निर्माण करवाया। वर्तमान में हम उत्तराखण्डी, पलायन के दंश के साथ साथ पश्चिमी सभ्यता की नकल के कारण धीरे धीरे अपनी सांस्कृतिक पहचान भी भूलते जा रहे हैं। लेकिन यह देवालय व भोजनालय ना केवल सांस्कृति धरोहर को संरक्षित कर रहा है बल्कि संरक्षित करने को खासो-आम को संदेश भी दे रहा है। मंदिर समिति अध्यक्ष मदन सिंह रावत का सहयोग भी लगातार मिल रहा है।
मंदिर विकास मिशन अपनी संस्कृति की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी विचार से मंदिर विकास मिशन ने भोजनालय के अन्दर चारों दिवारों पर उत्तराखण्ड सांस्कृतिक धरोहरों का चित्रों का चित्रण करवाया, ताकि स्थानीय तथा प्रवासी भक्त अपने बच्चों के साथ प्रसाद ग्रहण करते हुए अपनी संस्कृति का स्वयं भी अवलोकन करें तथा अपने बच्चों को भी इसकी जानकारी दें।
चित्रों को दक्षिणावर्त देखने पर उनका विवरण इस प्रकार है।
1। उत्तराखण्ड के चार धाम यमनोत्री गंगोत्री केदारनाथ बद्रीनाथ।
2। उत्तराखण्डी वाद्य यंत्र ढोल दमाउ, मशकबीन, शहनाई एवं नृत्य करती महिलायें।
3। रम्माण आज विश्व धरोहर है।
4। छोलिया नृतक एवं गांव का दृश्य।
5। उत्तराखण्डी कस्तूरी मृग मोनाल पक्षी एवं ब्रह्मकमल।
6। हरिद्वार एवं ऋषिकेश की गंगा आरती ।
7। उत्तराखण्डी पांरपरिक बर्तनों में सरोला खाना बनाते हुए।
8। नंदा देवी राजजात यात्रा
9। उत्तराखण्डी आभूषण।