Pauri…..लाचार बुढ़ापे को मिला लाठी का सहारा, 50 हजार की सहायता, लेकिन विधवा पेंशन कब मिलेगी| जगमोहन डांगी की Report
सिटी लाइव टुडे, जगमोहन डांगी, पौड़ी
आखिरकार गहरी नींद में सोये प्रशासन की नींद टूट ही गयी। मीडिया व सोशल मीडिया में चल रही खबरों के बाद प्रशासन ने लाचार बुढ़ापे को लाठी का सहारा दिया है। जनपद पौड़ी जनपद की 82 साल की वृद्धा को आपदा प्रबंधन की ओर से 50 हजार की धनराशि दी गयी है। इससे राहत जरूर मिली है लेकिन विधवा पेंशन स्वीकृति होने के बाद भी पेंशन नहीं मिल रही है ये कब मिलेगी। खबर के आगे इसका विस्तार से जिक्र करेंगे। बने रहिये सिटी लाइव टुडे मीडिया हाउस के साथ।
गांव-गांव की खबरों को प्लेटफार्म देने वाले ग्रामीण पत्रकार जगमोहन डांगी ने इस बार लाचार बुढ़ापे की खबरों को प्राथमिकता दी। खबरों का प्रभाव दवाब कह लीजियेगा कि प्रशासन हरकत में आ ही गया।
दरअसल, अपने पौड़ी जनपद के ग्राम नौगांव बनेल्सयु पौड़ी गढ़वाल के मूलनिवासी श्रीमती नकटी देवी पत्नी स्वागीय वचन सिंह मिस्त्री उम्र 82 साल जो अपने जर्जर आवास में अकेली में रहती थी। बीते दिनों की ही बात है कि बरसात के कारण उसका आवास नीचे गिर। इसमें नकटी देवी भी मलबे में दब गयी। गांव के ही युवक बंटी और शिवम नाम के लड़को ने उन्हें बाहर निकाला। इस हादसा में नकटी देवी जी का एक पैर टूट गया ओर उन्हें ग्रामीणों की मदद से सतपुली चमोलीसेंड हंस फाउंडेशन हॉस्पिटल भर्ती करवाया गया। ग्रामीण संजय कुमार ने बताया की वृद्धा नकटी देवी बुजुर्ग महिला है। वह अकेला ही जीवन यापन करती है।
ग्राम प्रधान अमिता देवी ने बताया कि 2018 के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना का सर्वे नही हुआ। जिस कारण वृद्धा को पीएम आवास का लाभ नही मिल सका। क्षेत्र के राजस्व उपनिरीक्षक ताराचंद ने बताया कि कल ही देर सांय घटनास्थल पर जाकर मौका घटना की जांच कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्रेषित कर दी है। उन्होंने बताया की वृद्धा के मकान की हालत काफी जर्जर थी।
लाचार बुढ़ापे की व्यथा को संज्ञान प्रशासन ने लिया है। आपदा प्रबंधन की ओर से 82 साल की वृद्धा नकटी देवी को 50 हजार की आर्थिक सहायता दी गयी है।
ग्रामीण बताते हैं कि वृद्धा को विधवा पेंशन स्वीकृति है लेकिन आधार कार्ड नहीं बनने से उसकी पेंशन भी बन्द हो गई हैं। अब उम्मीद जगी है कि इस वृद्धा को विधवा पेंशन भी मिलेगी। कोई तो होगा जो आधार बनाने को आगे आयेगा, आइये ये नेक कार्य आप भी कर दें।