ग्वीन में श्रीराम लीला @ लक्ष्मण देखो पलक उठाके|मूर्छित हुये लक्ष्मण| कमल उनियाल की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, कमल उनियाल, द्वारीखाल
इन दिनों पहाड़ श्रीराम लीला के रंग में रंगा हुआ है। जगह-जगह हो रहे श्रीराम लीला मंचन से धर्म-अध्यात्म का रंग बेहद गाढ़ा हो रखा है। द्वारीखाल ब्लाक के ग्वीन बड़ा गांव में भी श्रीराम लीला मंचन हो रहा है। बीती रात्रि के मंचन में लक्ष्मण पर शक्ति लगने और इसके बाद राम-विलाप को देखकर रामभक्तों की आंख भर आयी।
द्वारीखाल ब्लाक के ग्वीन छोटा और ग्वीन बड़ा दोनों गांव संयुक्त रूप से श्रीराम लीला मंचन कर रहे हैं। पलायन की मार झेल रहे इन दोनों में भी रौनक लौट आयी है। यहां भी बड़ी संख्या में प्रवासी गांव पहुंचे हैं। रैबासियों की ओर से प्रवासियों को न्यौता भेजा गया था कि श्रीराम लीेला मंचन के दर्शन करने आयें। सो, प्रवासी भी श्रीराम लीला का पुण्य अर्जित करने यहां पहुंचे हैं।
रैबासी व प्रवासियों के मिलन के बीच श्रीराम लीला मंचन का नजारा एकदम जुदा है। सालों के बाद प्रवासियों व रैबासियों का संगम यहां हो रहा है। बेहद उम्दा अंदाज में चल रहे श्रीराम लीला मंचन को देखने के लिये आसपास के गांवों के ग्रामीण भी पहंुच रहे हैं। बीती रात्रि के मंचन में लक्ष्मण व मेघनाद के बीच युद्ध होता है और मेघनाद बाण चलाकर लक्ष्मण को मूर्छित कर देता है। इसके बाद मूर्छित अवस्था में लक्ष्मण को देखकर श्रीराम दुखी हो जाते हैं और विलाप करने लगते हैं। मूर्छित लक्ष्मण को गोद में बिठाकर श्रीराम कहते हैं कि लक्ष्मण देखो पलक उठाकर। यह मंचन कर वहां मौजूूद रामभक्तों की आंखों से आंसू निकल पड़ते हैं।