haridwar| तरूण व्यास @ कुछ तो खास है कोई तो बात है| click कर पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
गंगा की गोद हरिद्वार में मजबूती के साथ ये आवाज बुुलंद होती है। जब भी जरूरत होती है ये गरजते भी हैं और बरसते भी। सियासत में दखल भी है तो सामाजिक सरोकारों से गहरा नाता भी। जनहित के मुद्दों को लेकर सत्ता से भी टकराते रहे हैं। विकास की बात होती है तो पूर्व कैबिनेट मदन कौशिक इनके सवालों के घेरे में रहते हैं। उनके चेहरे पर मुस्कान तो रहती है लेकिन अपेक्षित विकास नहीं होने पर मन उदास रहता है। वे बदलाव की बात करते हैं और पहाड़ी संस्कृति के मजबूत स्तंभ भी।
जी हा, जिक्र हो रहा है युवा उर्जावान चेहरा तरूण व्यास का। हरिद्वार ही नहीं बल्कि प्रदेश स्तर पर तरूण व्यास जाना-पहचाना चेहरा है। उनका हरिद्वार से बहुत पुराना नाता है। अपने उत्तराखंड आंदोलन में भी उनकी खासी सक्रियता रही है। तरूण व्यास ऐसे युवा चेहरे हैं जो सीधे तौर पर सियासत में खासी दखल भी रखते हैं। हरिद्वार में कांग्रेस का मजबूत व युवा चेहरा तरूण व्यास को कहा जा सकता है।
जनहित के मुद्दों पर तरूण व्यास की आवाज हमेशा बुलंद होती रहती है। जब भी जरूरत होती है तो जन-समस्याओं को लेकर तरूण व्यास मोर्चा संभाल लेते हैं।
सियासत के इतर सामाजिक सरोकारों से उनका गहरा नाता है। रक्तदान शिविर लगाने व खुद रक्तदान करने को तरूण आगे आते रहते हैं।
पहाड़ी महासभा में कई बार महत्वपूर्ण पदों का दायित्व संभाल चुके तरूण व्यास पहाड़ की वैभवशाली संस्कृति के प्रतीक भी हैंे। यह बात अलग है कि तरूण स्वयं कलाकार नहीं हैं लेकिन हरिद्वार में पहाड़ की संस्कृति लोक-संस्कृति के तमाम सांस्कृतिक व साहित्यिक कार्यक्रमों को आयोजित करने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहता है। तरूण व्यास के जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलू हैं जो उन्हें खास बनाते हैं। कहा जा सकता है कि तरूण व्यास कुछ तो खास है कुछ तो बात है।