द्वारीखाल बुलेटिन| LUMPY VIRUS की दस्तक| बढ़ी टेंशन| जयमल चंद्रा की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, जयमल चंद्रा, द्वारीखाल
यमकेश्वर के बाद अब लंपी वायरस Lumpy Skin Disease in Cattle ने द्वारीखाल में भी दस्तक दे दी है। द्वारीखाल क्षेत्र में भी पशुओं के लंपी वायरस से संक्रमित होने की खबर है। ऐसे में पशुपालकों की परेशानियां बढ़ गयी हैं। उधर, पशु चिकित्सालय चैलूसैंण भी हरकत में आ गया है। मामला उत्तराखंड के पौड़ी जिले के द्वारीखाल क्षेत्र का है। यहां पहले द्वारीखाल से सटे यमकेश्वर क्षेत्र में लंपी वायरस Lumpy Skin Disease in Cattle ने दस्तक दी। यमकेश्वर क्षेत्र में लंपी वायरस से पशु संक्रमित हुये।
अब खबर है कि द्वारीखाल क्षेत्र में भी लंपी वायरस Lumpy Skin Disease in Cattle ने दस्तक दे दी है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि बुखार होने के साथ ही गौ-वंश के पूरे शरीर में शरीर पर दाने हो रहे हैं, और वह खाना पीना छोड़ रहे हैं। यह रोग अब मवेशियों में तेजी से फैलता जा रहा है।
मामले को गंभीरता से लेते हुये पशु चिकित्सालय एक्शन मोड में आ गया है। वायरल पर नियंत्रण पाने के लिए पशुचिकित्सालय चैलूसैंण भी आगे आ गया है। घर-घर जाकर पशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है। साथ ही उचित उपचार के लिए पशुपालकों कों डॉक्टरों के द्वारा सुझाव दिए जा रहे हैं तथा दवाईयाँ वितरित की जा रही हैं।
लंपी स्किन वायरस क्या है – Lumpy Skin Disease in Cattle
’लंपी स्किन डिजीज’(Lumpy Skin Disease) रोग ‘मंकी पोक्स’ की तरह है। यह रोग मवेशियों में फैलता है। यह बहुत ही संक्रमित रोग है जो एक संक्रमित पशु से दूसरे स्वस्थ पशु तक फैलता है। यह ‘पोक्सविरिडे परिवार’((Poxviridae)) के एक वायरस के कारण होता है, जिसे ’नीथलिंग वायरस’ भी कहा जाता है। यह वायरस मच्छरों, मक्खियों, जूं एवं ततैयों के कारण फैलता है। इसको ’’गांठदार त्वचा रोग वायरस’(LSDV) के नाम से भी जाना जाता है।
यह बीमारी दूषित भोजन एवं अशुद्ध पानी के कारण मवेशियों में फैलता है। इस रोग के कारण पशुओं की त्वचा पर गांठे पङ जाती है और उनको तेज बुखार हो जाता है। पशु दूध कम देने लगता है तथा उनको चारा खाने में भी दिक्कत होती है। इस रोग के संक्रमण से पशुओं की मौत भी हो जाती है।