20 सूत्रीय मांगों को लेकर 20 को धरना व 27 रैली| click कर पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
20 सूत्रीय मांगों को लेकर 20 को धरना व 27 रैली निकाली जायेगी। इसको लेकर कारगर रणनीति तैयार की जा रही है। बीस सूत्रीय मांगों की हो रही अनदेखी से समन्वय समिति उत्तराखंड एवं चतुर्थ वर्गीय राज्य कर्मचारी महासंघ भारी गुस्से में हैं।
हरिद्वार जनपद की इकाई ने ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय/कालेज के गेट पर नर्सेस संघ, फार्मेसिष्ट संघ, एक्सरे, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ, मिनिस्ट्रीयल संघ के कर्मचारियों के साथ गेट मीटिंग की। जिसमंे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष /संयोजक समन्वय समिति दिनेश लखेडा एवं शिकक्षयेन्तर कर्मचारी संघ उत्तराखंड विश्वविद्यालय के अध्यक्ष के एन भट्ट, सचिव शिवनारायण सिंह नर्सेस महामन्त्री सुनीता तिवारी,मेट्रन आनन्दी शर्मा ने कहा कि कर्मचारियों का डाउन ग्रेड वेतन, आयुर्वेद में लगभग तीन वर्ष से नर्सेस संवर्ग, फार्मेसिष्ट संवर्ग, चतुर्थ श्रेणी संवर्ग, मिनिस्ट्रीय संवर्ग में पदोन्नति नही हुई है जबकि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा स्पष्ट आदेश के बाद भी आज तक पदोन्नति नही हो पाई है और न ही गोल्डन कार्ड की सुविधा कर्मचारियों को मिल पाई है।
चतुर्थ श्रेणी कर्मियों का 4200 ग्रेड पे स्टर्फि़ंग पैटर्न के आधार पर लगाया जाना, कर्मचारियों की पदोन्नति में शिथलीकरण, वेतन विसंगति दूर की जाए, निगमों, निकायों, स्वायसशी संस्थाओं को भी राज्य कर्मचारियों की भांति सुविधा दी जाए इन सभी मांगो को लेकर आंदोलन जारी रहेगा 20सितंबर को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा। 27 सितंबर को जनपद में जनचेतना रैली निकाली जाएगी।
उपशाखा अध्यक्ष ऋषिकुल छत्र पाल चौहान मंत्री जयनारायण सिंह जिला कोषाध्यक्ष अजय कुमार मिनिस्ट्रीयल के अनिल नेगी ने कहा कि कर्मचारियों को जब तक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा जब तक ऋषिकुल, गुरुकुल के डी डी ओ कोड की बहाली नही होती है, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल किया जाना न्यायोचित होगा
गेट मीटिंग में शामिल होने वाले कर्मचारियों में शिवनारायण सिंह, दिनेश लखेडा, के एन भट्ट, आनन्दी शर्मा, संध्या रतूड़ी, नीता राणा, ममता कटायत, नीमा, अंजुम, बीना मठपाल, सरोज, नेहा कंडवाल, शिखा नेगी, समीर पांडेय,छत्रपाल सिंह, चंद्रप्रकाश,
चंदन सिंह, अनिल नेगी, अजय कुमार, दीपक, ज्योति सिंह अमित कुमार, ब्रजेश, नितीन, अंकित, दीपक कुमार, इत्यादि ने अपनी मांगों के समर्थन में अपना रोष प्रकट किया।