कुमाऊं कमिश्नरी के घेराव को कसी कमर| जानिये कब और क्यों| लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट

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सिटी लाइव टुडे, लक्ष्मण सिंह नेगी, चमोली


हेंलग एकजुटता मंच के आह्वान पर कुमाऊं कमिश्नरी का घेराव 1 सितंबर 2022 को रखा गया है। आंदोलन कार्यकर्ता पूरे प्रदेश भर में नैनीताल की ओर चल पड़े हैं और नैनीताल में जोरदार तैयारी चल रही है। आंदोलनकारियों ने जल जंगल और जमीन की लड़ाई को लेकर बैनर और पोस्टर तैयार कर दिए हैं। जोर शोर से अपने मुद्दों के लिए प्रदेशभर से नैनीताल पहुंचने की खबर मिली है।

15 जुलाई 2022 को हेंलग में घसियांरी मंदोदरी देवी के साथ टीएचडीसी कंपनी के द्वारा उनके चारागाह वाली जगह पर जबरदस्ती मक डालने का काम किया जा रहा था पांच महिलाएं घास लेकर के वापस लौट रही थी जब मंदोदरी देवी ने देखा कि उनके घास के जंगल में मक डाला जा रहा है तो उसने विरोध करना शुरू कर दिया उस दिन उसको मालूम नहीं था कि उसके साथ क्या होने वाला है। प्रशासन और टीएचडीसी की मिलीभगत के कारण यहां पर तहसील प्रशासन जोशीमठ सीआईएफ के कर्मचारी अधिकारी पुलिस प्रशासन के लोग यहां मौजूद थे

और मंदोदरी देवी का बेरहमी से वोझ छीनने लगे और उस घटना की पूरी वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गई पूरे उत्तराखंड के आंदोलनकारी लोक एक मंच पर आकर संघर्ष करने लगे मंदोदरी देवी को 6 घंटे तक पुलिस कस्टडी में रखा गया उसके साथ उसकी देवरानी लीला देवी 2 साल की बच्ची को भी दीया पुलिस ने अपनी कस्टडी में रखा और बच्चे को दूध तक नहीं दिया गया इस पूरे प्रकरण में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने गढ़वाल कमिश्नर से जांच करने के आदेश दिए हैं किंतु अभी तक जांच कहां तक पहुंची इसका मालूम नहीं चल पाए

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वही आंदोलनकारियों ने दबाव बनाने के लिए कुमाऊं कमिश्नरी का घेराव करने का निर्णय लिया है और आंदोलनकारियों ने दो टूक कह दिया गया है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक लड़ाई जारी रहेगी इस आंदोलन में कई प्रगतिशील महिला संगठन उत्तराखंड वन पंचायत संघर्ष मोर्चा सहित कई संगठन भाग ले रहे हैं।

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