पौड़ी जनपद की भूमिका तय करेंगे चौबट्टाखाल, श्रीनगर व लैंसडौन के नतीजे|अजय रावत, वरिष्ठ पत्रकार
सिटी लाइव टुडे, अजय रावत, वरिष्ठ पत्रकार
उत्तराखंड की सियासत में पौड़ी जनपद की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण रही है, अभी तक बनी मुख्यमंत्रियों की फेहरिस्त में 6 बार पौड़ी जनपद के नेताओं के नाम शामिल रहे हैं। लेकिन 2022 के रण में इस जनपद के अनेक धाकड़ रणबांकुरे पहले ही मैदान से बाहर हो गए। हालात यह है कि इस जनपद का ऐसा कोई बड़ा नाम अभी चर्चाओं में नहीं है कि जो 2022 की जंग के फैसले के बाद सूबेदार बनने की संभावना रखता हो।
लेकिन, सियासत असीम संभावनाओं का खेल है, यहां ऐसे ऐसे दांव भी खेले जा सकते हैं जिनकी कभी कल्पना किया जाना भी सम्भव न हुआ हो। इस दशा में श्रीनगर सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और उनके विरुद्ध लड़े धन सिंह रावत जीतने और सरकार बनने की दशा में अपनी अपनी पार्टियों में महत्वपूर्ण भूमिका में होंगे। वहीं चौबट्टाखाल से यदि महाराज विजयी होते हैं और भाजपा सत्तासीन या सत्ता के निकट आती है तो उनकी भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी। लैंसडौन में यदि कांग्रेस की नवोदित नेत्री अनुकृति के सिर जीत का सेहरा सजता है तो अनुकृति के बहाने तेज तर्रार नेता हरक सिंह को संजीवनी मिलना तय है, और हरक परोक्ष रूप से अपनी भूमिका तय करने का प्रयास अवश्य करेंगे।
बहरहाल, इन नामों की भूमिका तभी ज्यादा प्रासंगिक होगी जब कोई भी पार्टी टाइट नम्बर्स के साथ सत्ता संभालेगी, पूर्ण बहुमत की दशा में दोनों ही दलों में फिलहाल इन नामों को कोई चमत्कारी भूमिका मिलना काफी मुश्किल होगा।