पौड़ी| अब ” थिंचोड़ी ” के पड़ेंगे लाले| खतरे में पहाड़ी आलू| जगमोहन डांगी की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, जगमोहन डांगी, पौड़ी गढ़वाल
आलू की थिंचैंड़ी,,,,, हरा धनिया और,,,,,,,, बात ही कुछ अलग है। पहाड़ में आलू की थिंचोड़ी के क्या कहने है।थिंचोड़ी पहाड़ में प्रचलित व प्रिय व्यंजन भी है। लेकिन हाल ऐसे ही रहे तो वह दिन दूर नहीं जब थिंचोड़ी के भी लाले पड़ेंगे। वजह, पिछले कुछ सालों से आलू की फसल को ना जाने किसकी नजर लग गयी। आलू की फसल हर साल ही खराब हो रही है। कोई झुलसा रोग कह रहा है तो कोई कुछ और। लेकिन जनपद पौड़ी में आलू खतरे में है।
जनपद पौड़ी में भी आलू की खेती प्रचुर मात्रा में की जाती है। परंपरागत प्रजाति के बाद अब लाल आलू की खेती भी होने लगी है। खास बात यह है कि आलू की खेती मात्र तीन माह में ही तैयार हो जाती हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों से आलू की फसल बर्बाद होने लगी है और इस साल भी ऐसा ही हो रहा है। आलू की फसल किसी बीमारी ने खराब हो रही है। इस बीमारी को झुलसा रोग बताया जा रहा है।
हैरानी की बात यह है कि इस बीमारी से उद्यान एवं कृषि विभाग अनजान हैं। आलू की खेती करने वाले कास्तकार कहते हैं कि कोई झुलसा रोग लग गया। आलू की पौध पूरी तरह झुलस गई। पौडी जनपद के सभी विकास खण्डों के तलहटी गांवो की सभी कास्तकारों की यह शिकायत है। कल्जीखाल विकास खण्ड के किस्मोलिया गांव के कास्तकार गम्भीर सिंह राणा एवं चंदन सिंह राणा जिनकी आलू की खेती आजीविका भी है। उनका कहना है कि इस बार भी आलू की फसल बर्बाद हो रही है। इससे निराशा ही हाथ लगी है।
कल्जीखाल विकास खण्ड के ग्राम थनुल जहां भारी मात्रा में आलू की खेती होती है। वहां के ग्राम प्रधान रिटायर्ड कैप्टन नरेन्द्र सिंह नेगी जो स्वयं भी कास्तकार है। बताते हैं कि की उनकी ग्राम पंचायत में थनुल,किसमोलिया,ठंगरधार में आलू की खेती होती है। लेकिन गत चार वर्षों से कोई अज्ञात बीमारी से आलू की फसल बर्बाद हो रही है। जिसने कास्तकारों की कमर ही तोड़ दी। जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए तारबाड़ तो है लेकिन कृषि विभाग इस अज्ञात बीमारी से निजात नही दिला पा रहा है। उन्होंने कहा कि कई बार कास्तकारों की खेती की मिट्टी कृषि विभाग प्रशिक्षण के लिए सैम्पललिंग की गई लेकिन आज तक रिपोर्ट नहीं आयी।
थनुल,किसमोलिया,कुनकली,अलासू,पलासू,उजेडगांव, भटकोटी,सरासू-सरोड़ा-मरोड़ा बुंगा सीला बंघाट आदि गांवो में भी आलू की फसल खराब होने की सूचना है।