चुनाव 2022| देवभूमि के आसमान में मंडराते गिद्ध|वरिष्ठ पत्रकार-अजय रावत
सिटी लाइव टुडे, वरिष्ठ पत्रकार-अजय रावत
भूख बेशक मिट सकती है किंतु हबस लगातार बढ़ती है। विस् चुनाव में विधायक बन जनसेवा के नाम पर देवभूमि के आसमान में गिद्धों की परवाज़ आजकल चरम पर है। हर गिद्ध उत्तराखंड के जिस्म पर नज़र गढ़ाते हुए एक एक लोथड़ा नोचने को बेताब है।
इनका ब्लूप्रिंट किसी विकास का नहीं वरन गोश्त के टुकड़ों पर झपटने का बनाया गया है। 20 वर्षों से नोचे जा रहे इस सूबे के बचे खुचे मांस व हाड़ के जिस्म में बचे गोश्त को नोचने का शायद यह आखिरी मौका हो, क्योंकि हालात न सुधरे तो 60 हज़ार करोड़ कर्ज़ के बोझ तले दबकर हांफ रहे इस सूबे की सांसें 2027 से पहले ही कहीं उखड़ न जाएं। 20 सालों तक इन गिद्धों की नोचने की रफ़्तार देख के इस बात की उम्मीद कम ही है कि 2027 तक इस जिस्म पर कुछ गोश्त बाकी रहेगा कि नहीं।