यमकेश्वर| तो निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे महेंद्र राणा| मची खलबली| जयमल चंद्रा की रिपोर्ट

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सिटी लाइव टुडे, जयमल चंद्रा, यमकेश्वर

यमकेश्वर की सियासत से छनके आ रही एक बड़ी खबर है। यमकेश्वर से महेंद्र राणा का कांग्र्रेस से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ना अभी तक तय माना जा रहा है। यह भी खबर है कि 27 जनवरी को राणा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने जा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी शैलेंद्र सिंह रावत की दिक्कतंे बढ़ना लाजिमी ही है। यदि ऐसे में बहुत कम समय में कांग्रेस रूठे महेंद्र राणा को नहीं मना पाती है तो यह कांग्रेस के साथ ही शैलेंद्र सिंह रावत के लिये भी खतरे की घंटी ही है। यदि राणा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ते हैं इससे यमकेश्वर चुनाव के समीकरण पर बड़ा असर पड़ सकता है।

द्वारीखाल ब्लाक प्रमुख महेंद्र राणा कांग्रेस से यमकेश्वर विस में प्रबल दावेदार थे। लेकिन कांग्रेस ने पूर्व विधायक शैलेंद्र सिंह रावत को पार्टी प्रत्याशी बनाया है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर महंेद्र राणा के बागी तेवरांे की खबरें वायरल होने लगी थी। टिकट नहीं मिलने से महेंद्र राणा के समर्थकों में एक तरह से उबाल आने लगा था जो बढ़ता ही गया। अब खबरें यह भी वायरल होने लगी हैं कि महेंद्र राणा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी ताल ठोकने का पक्का ही मन बना लिया है। भरोसेमंद सूत्र भी ऐसा ही बता रहे हैं।
महेंद्र राणा का क्षेत्र में मजबूत जनाधार भी माना जाता है। उनकी सक्रिया व लोकप्रियता अच्छी-खासी है। ऐेसे में यदि महेंद्र राणा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी ताल ठोकते हैं तो तय मानिये कि कांग्रेस व कांग्र्रेस प्रत्याशी शैलेंद्र सिंह रावत के लिये खतरे की घंटी बज चुकी है। ऐसी खबरों से सियासी हलचलें बढ़ गयी हैं।

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महेंद्र राणा के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का नुकसान भाजपा को भी हो सकता है। सियासी पंडितांें का मानना है कि महेंद्र राणा का जनवादी जनाधार है जो ज्यादा नुकसान कांग्रेस का करेगा लेकिन भाजपा भी इससे अछूती नहीं रहेगी।

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