गहराता रहस्य| गौशालाओं में घुसकर कौन मार रहा जानवर| जयमल चंद्रा की रिपोर्ट

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सिटी लाइव टुडे, जयमल चंद्रा, द्वारीखाल


बेशक, चुनावी मौसम में हर तरफ सियासी चर्चायें हो रही हैं लेकिन द्वारीखाल ब्लाक में इन दिनों गहराते रहस्य पर खूब बातें हो रही हैं। रहस्य ऐसा है कि गहराता ही जा रहा है। दरअसल, यहां रात में गौशालाओं में घुसकर मवेशियों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। जानवरों को मार कौन रहा है यह सटीक तौर पर कहने को तैयार नहीं है। लेकिन कुछेक का दावा है कि भालू है तो कोई इसे चरख बता रहा है। एक बार फिर गौशाला में घुसकर बैल को रहस्यमयी तरीके से मौत के घाट उतारा गया। इससे ग्रामीण डरे-सहमे हैं।

इस रहस्यमयमी मौत को लेकर सिटी लाइव टुडे मीडिया हाउस ने हाल में ही प्रमुखता से खबर को स्थान दिया था। लेकिन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। पिछले कुछ समय से द्वारीखाल ब्लॉक के डबरालस्यूं के दर्जन से ज्यादा गांव रहस्यमयी जानवर के आतंक से परेशान हंै। यह जानवर गौशाला तोड़कर लगातार उनके मवेशियों को निवाला बना रहा है। क्षेत्र के बमोली, डोबर, जुयालगाव, दिखेत, डाबर, खेड़ा, कल्सी,जुड़ आदि दर्जन से ज्यादा गांवो में इस जानवर ने लगातार अपना आतंक फैला रखा है। यहां के पशुपालक डरे व सहमे हैं कि न जाने कब गौशाला तोड़कर यह जानवर उनके पशुओं को अपना निवाला बना ले।


बीती रात को डाबर गांव में इस जानवर ने अपना आतंक मचाया। प्रमोद कुमार पुत्र सतीश डबराल की गौशाला तोड़कर इस जानवर ने उनके बैल को मारकर निवाला बनाया। इससे पहले भी इस जानवर ने दिखेत में चार गौशालाएं तोड़कर चार दुधारू गायों को निवाला बनाया। जुड़, जुयालगाव, बमोली, खेड़ा, डोबर, कल्सी आदि गांवो में भी गौशाला तोड़कर गाय, भैस, बकरियों को अपना निवाला बना चुका हैं। क्षेत्रीय पशुपालक परेशान हैं कि यह रहस्यमयी जानवर क्या है। कोई इसे चरख कह रहा है तो कोई भालू।

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यह जानवर कोई भी हो लेकिन इसका आतंक रुक नही रहा है। इन क्षेत्र के ग्राम प्रधानों सहित समस्त क्षेत्रीय जनता शासन-प्रशासन तथा बन विभाग से अपील कर रही है कि इस रहस्यमयी जानवर के आतंक पर शीघ्रता से संज्ञान लेकर उचित कदम उठाए।इसे मारने या पकड़ने की अपील कर रहे है। ताकि उनकी आजीविका के साधन पालतू पशुओं की रक्षा हो सके। इस पर प्रशासन व वन विभाग की चुप्पी से क्षेत्रवासियों में काफी रोष है।

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