कल्जीखाल युवा महोत्सव| बहुत देर कर दी हुजूर आते-आते| कसक बाकी | जममोहन डांगी की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, जगमोहन डांगी, कल्जीखाल
बेशक, कल्जीखाल युवा महोत्सव में नारी व युवा शक्ति का हुनर देखते ही बना हो लेकिन एक कसक बाकी रह गयी। कसक यह है कि यहां के होनहार प्रतिभावान जिला स्तर पर प्रतिभाग नहीं कर पायेंगे। 30 दिसंबर-2021 को जिला स्तर पर प्रतियोगिता संपन्न हो चुकी है। ऐसे में उम्दा प्रदर्शन करने के बाद भी इन हुनरमंदोें का निराश होना स्वाभाविक ही है। इस कसक का जिम्मेदार नेतानगरी को ही कहा जायेगा।
राजनेताओं व अधिकारियों के बीच तालमेल की कमी का खामियाजा इन होनहारों को भुगतना होगा। हो सकता था कि कल्जीखाल महोत्सव में बेहद उम्दा प्रदर्शन करने वाले यह होनहार जिला और इसके बाद राज्य स्तरीय पर भी अपनी प्रतिभा का लौहा मनवाते हैं, लेकिन नेतानगरी ने ऐसा नहीं होने दिया। ये पब्लिक है साहब सब जानती है।
जनपद पौड़ी के कल्जीखाल ब्लाक में बहुत देर से ब्लाक स्तरीय प्रतियोगिता शुरू करने के लिये कौन जिम्मेदार है। इसका अंदाजा आप खुद ही लगा लीजियेगा। लेकिन खामियाजा यहां के हुनरमंदों को ही भुगतना है। इसकी फिक्र न तो नेताजी को है और ना ही अधिकारियों को। अगर होती तो सही समय पर प्रतियोगिता हो जाती है। साफ शब्दों में कहें तो केवल खानापूर्ति ही हुयी है। यूं कहें कि आयोजन भजराम हवलदारी ही हुआ है। तारीफ के काबिल तो प्रतिभागी हैं जिन्होंने इतना सुंदर प्रदर्शन किया। ऐसे में गांव की प्रतिभा आगे पहुंची व निखरेगी इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती है। आखिर इतनी देर से आयोजन क्यों हुआ। इसका जबाव केवल प्रतिभागी ही नहीं बल्कि क्षेत्र के जागरूक नागरिक भी मांग रहे हैं। आयोजन में नेतानगरी ने लुभावनें भाषण देने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रहने दी। आखिर सियासी खेल व रंग में गांव की प्रतिभागी कब तक गुमनामी के अंधेरे में रहेंगी। यह विचारणीय प्रश्न है।
महिला मंगल दल धारी के सपनों पर फिरा पानी
देर से युवा महोत्सव आयोजित करने से महिला मंगल धारी के सपनों पर पानी फिर गया है। साल-2017 व 2018 में महिला मंगल धारी ब्लाक व जिला स्तर पर उम्दा प्रदर्शन करके राज्य स्तर पर अपना दमखम दिखा चुका है। कोविड के चलते 2019 व 2020 में युवा महोत्सव नहीं हुआ। लेकिन महिला मंगल दल धारी धैर्य के साथ इंतजार कर रहा था कि इस बार फिर प्रदेश स्तर पर परचम लहरायेंगे लेकिन कुप्रबंधन ने ऐसा नहीं होने दिया।