स्वरोजगार का दीप जलाये हैं ‘” कुलदीप “‘| द्वारीखाल से जयमल चंद्रा की रिपोर्ट
सिटी लाइव टुडे, जयमल चंद्रा
पलायन आज पहाड़ की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी हैं। पलायन रोकने के लिए बाते तो बहुत होती है,शासन-प्रशासन की तरफ से योजनाए भी बनती है,लेकिन समस्या कम होने की जगह लगातार विकराल रूप लेती जा रही है। पलायन रुकने का नाम नही ले रहा। इसके लिए युवा वर्ग को आगे आना ही पड़ेगा। इसका जीता जागता अनुकरणीय उदहारण है, युवा ग्राम प्रधान कुलदीप सिंह बिष्ट जो द्वारीखाल ब्लॉक की पट्टी बिछला ढांगू के गांव गूम के ग्राम प्रधान है।
मूल रूप से गांव में रहकर अपनी पढ़ाई-लिखाई करने के बाद अपने करियर की तलाश में दिल्ली जैसे महानगर की ओर उन्होंने भी रुख किया। आई.टी. क्षेत्र में सर्विस की,इसी क्षेत्र में खुद का बिजनेस भी किया अच्छी कमाई करने लगे। लेकिन मन तो उनका अपने गांव -पहाड़ में ही समाया हुआ था। अपनी जन्मभूमि के प्रति कर्तव्य उनको बैचेन कर रहा था और आखिर वह वक्त आया जब लाखो की कमाई छोड़कर बिष्ट अपने गांव वापस लौट आये और जुट गए अपने गांव व क्षेत्र के विकास में। पांच-छः बेरोजगार युवाओं को साथ लेकर बंजर जमीन पर खेती करने लगे। अदरक, आलू, हल्दी,गोभी आदि की फसल से खेत लहलाने लगे।
कुक्कट पालन भी बखूबी कर रहे हैं और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया रूप सिंह रावत जी ने। वे इतने में रुकने वाले नही थे। 2019 में ग्राम प्रधान का चुनाव जीतकर विकास में जुट गये। अआज पूरे ब्लॉक में अपने कार्यो से सुर्खियां बटोर रहे है। अपने गांव ही नही अन्य गांवो में भी सौर ऊर्जा प्लांट उनकी मुख्य देन है। सड़के,रास्ते,कृषि हर क्षेत्र में विकास हो रहा है।
आज जरूरत हैं हर गांव में कुलदीप बिष्ट जैसे ग्राम प्रधान की। जो बेरोजगार युवाओ को रोजगार ही नही दे रहे है,बल्कि गांव के विकास को नई राह प्रदान कर रहे है। उन्होंने शासन से अपील की है कि किसानों को इस क्षेत्र में मंडी मुहैया कराई जाय, जिसने किसान अपनी उत्पादित फसल को सुगमता से बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सके।