शिवचरण नौडियाल | होली के रंगों से रंगी सात समंदर पार की धरती
बहुमुखी प्रतिभा के धनी है शिवचरण नौडियाल
वर्तमान में कर रहे हैं योग में पीएचडी
सिटी लाइव टुडे, हरिद्वार
होली के रंग तन और मन दोनों को रंग देते है। अब देखिये इन युवा ने तो सात समंदर पार दुबई की धरती पहाड़ की होली के रंगों से रंग दी। पहाड़ के उभरते हुये गायक शिवचरण नौडियाल ने अपनी गायिकी से दुबई में अमिट छाप छोडी दी। शिब्बू दा के नाम से जाने वाले यह गायक बहुमुखी प्रतिभा का धनी है और पहाड़ के प्रति प्रेम व अपनत्व कूट-कूट कर भरा है। पेश है सिटी लाइव मीडिया हाउस की यह खास रिपोर्ट।

पौड़ी जनपद के थलीसैंण के खंडतल्ला गांव के निवासी शिव चरण नौडियाल वर्तमन में हरिद्वार स्थित उत्तराखंड संस्कृत विवि से योग में पीएचडी कर रहे हैं। आठवीं तक की शिक्षा गांव में ही ग्रहण की और फिर धर्मनगरी हरिद्वार आ गये। हरिद्वार में गुरूकुल की परंपरा से जुडे गय और इसी में रच व बस गये। हरिद्वार में शास्त्री, आचार्य, योग में शिक्षा प्राप्त की। बीएड करने के बाद वर्तमान मेें उत्तराखंड संस्कृत विवि से योग में पीएचडी कर रहे हैं। मकसद प्रोफेसर बनकर देश व समाज की सेवा करना है।
दुबई में छेडी होली गीतों की तान
कोरोना काल से पहले की बात हैं। दुबई में प्रवासी उत्तराखंडियों की एक समिति है जिसका नाम है जनहित विकस समिति। यह समिति दुबई में उत्तराखंड की संस्कृति के लिये काम करती है। समिति की ओर से शिवचरण नौडियाल और उनकी टीम को न्यौता आया। इस पर शिवचरण अपनी टीम के साथ दुबई गये और वहां होली की गीतों की ऐसी तान छेडी कि सारा माहौल पहाड की होली से सराबोर हो उठा।

ऐसे बना गायिकी की ओर रूझान
शिवचरण नौडियाल में संगीत के प्रति रूझान बचपन से ही है। विवि में भी शिब्बू दा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में गायन करते रहते हैं। इसके अलावा कई अन्य सांस्कृतिक मंचों पर भी वे अपनी गायिकी का जादू बिखेर चुके हैं। साल-2013 में अंतर्राज्यीय विवि गायन प्रतियोगिता हुयी जिसमें शिवचरण नौडियाल ने गोल्ड मेडल हासिल की। यहां से शिवचरण का संगीत के प्रति अनुराग और भी गहरा व गाढ़ा हो गया।