असवालस्यूं में फैला कुजैर, ग्रामीणों मेें दहशत
-पौड़ी के कल्जीखाल ब्लाक में है पट्टी असवालस्यूं
-असवालस्यूं पट्टी के अंतर्गत आते हैं कई गांव
-बुखार, जुकाम व खांसी से संक्रमित हो रहे ग्रामीण
कल्जीखाल
पौड़ी जनपद के असवालस्यूं क्षेत्र में इन दिनोें कुजैर से ग्रामीण तेजी से संक्रमित हो रहे हैं। इस कुजैर से ग्रामीण कई दिनों तक बीमार हो रहे हैं। तेजी से फैल रहे इस कुजैर से ग्रामीण दहशत में हैं। जागरूक नागरिकों ने प्रशासन से ग्रामीणों की मेडिकल जांच कराने और उपचार कराने की मांग की है।
पौड़ी जनपद के अंतर्गत कल्जीखाल ब्लाक है इसी ब्लाक के अंतर्गत असवालस्यूं पट्टी आती है। असवालस्यूं पट्टी के तहत कई गांव आते हैं।
पिछले माहभर से ग्रामीण खांसी, जुकाम, बुखार, तेज सिर दर्द से ग्रसित हो रहे हैं। आंचलिक भाषा में इस कुजैर कहा जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि कुजैर दस-‘बारह दिनों तक रह रहा है। इससे ग्रामीण डरे-सहमे भी हैं। डुंक गांव के कुलदीप सिंह रौथाण, कांडा के मनमोहन सिंह, मरगांव के श्याम सिंह भंडारी, जैथोल गांव के मनवर सिंह, चामी के सज्जन सिंह, सुरालगांव के सुदामा प्रसाद आदि जागरूक ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि क्षेत्र में मेडिकल कैंप लगाकर ग्रामीणों की जांच की जाये। कोरोना महामारी के बीच कुजैर के फैलने से ग्रामीण सहमे हुये हैं।
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वाहन बुकिंग करने की मजबूरी
कोरोना कफ्र्यू के चलते क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही ना के बराबर ही है। ऐसे में कुजैर से संक्रमित मरीज उपचार के लिये वाहन बुकिंग कर रहे हैं।
कु यानि खराब, जैर यानि बुखार
बुखार, जुकाम, खांसी आदि को भी कुजैर कहा जाता है। जानकार कुलदीप सिंह रौथाण बताते हैं कि आंचलिक भाषा में बुखार जो सप्ताहभर में ठीक नहीं हो उसे कुजैर कहा जाता है। उधर, डुंक के अनूप सिंह रौथाण ने बताया कि कु का मतलब खराब होता है और जैर का अर्थ बुखार। कुजैर का मतलब खराब बुखार से है।
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