भारतीय ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व की भाषाओं की जननी है देव वाणी संस्कृत | डॉक्टर घिल्डियाल
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
श्रीनगर गढ़वाल। संस्कृत शिक्षा के सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा है, कि देव वाणी संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है, और यह उसका गौरव है, कि विश्व की 300 भाषाओं में से संस्कृत को ही कंप्यूटर के लिए सर्वोत्तम भाषा माना जा रहा है।

वह अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज खिर्सू के सभागार में “ग्रीष्मकालीन भारतीय भाषा कैंप” के सातवें दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों एवं विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे, उन्होंने कहा कि भारतीय भाषाएं ही नहीं विश्व की भाषाओं का मूल भी संस्कृत से ही निकला है, इसलिए आज विश्व की 300 भाषाओं पर कराए गए शोध में संस्कृत को बोलते हुए कंप्यूटर के लिए सर्वोत्तम भाषा माना जा रहा है क्योंकि इतना बड़ा शब्दकोश किसी के पास नहीं है जितना संस्कृत भाषा के पास है।
विद्यालय में पहली बार पहुंचने पर सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल का पुष्प गुच्छ,अभिनंदन पत्र एवं बैच अलंकरण कर स्वागत करते हुए प्रधानाचार्य सुबोध नेगी ने कहा कि डॉक्टर घिल्डियाल खिर्सू विकासखंड के ही मूल निवासी इसी विकास खंड से हाई स्कूल तक की पढ़ाई करने वाले कुशल प्रशासक के साथ-साथ अत्यंत विनम्र एवं सरल स्वभाव के विद्वान अधिकारी हैं, इसलिए उनका आशीर्वाद विद्यालय को मिलना सौभाग्य का विषय है।
इस अवसर पर विद्यालय के छात्र- छात्राओं द्वारा स्वागत गान ,संस्कृत संभाषण एवं विभिन्न भाषाओं की प्रदर्शनी का भी प्रदर्शन किया गया। संचालन विद्यालय के राजनीति शास्त्र के प्रवक्ता अनूप सिंह नेगी ने किया, मौके पर डॉ आरती घिल्डियाल ,अर्थशास्त्र की प्रवक्ता श्रीमती ज्योति भट्ट, समर्थ, अस्मिता,हरीश सती, शैलेंद्र सिंह, विकास नेगी सहित विद्यालय के कर्मचारी, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।