Neurotherapy पद्धति में बिना दवा के मरीजों का इलाज|Click कर पढ़िये पूरी News

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सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस

हरिद्वार। लाजपत राय मेहरा न्यूरोथेरेपी रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट् संस्थान में एकेडमिक मामलों के प्रभारी अजय गांधी ने कहा कि न्यूरोथैरेपी चिकित्सा के जनक डॉ लाजपत राय मेहरा का सपना था कि भारत के हर छठे गांव में एक न्यूरोथैरेपी क्लीनिक की स्थापना की जाए। इससे बिना दवाई के मरीजों का न्यूनतम दरों पर ईलाज संभव हो सकेगा। लाजपत राय मेहरा के सपने को साकार करने के लिए उनका संस्थान निरंतर प्रयत्नशील है।

गौरतलब है कि लाजपत राय मेहरा न्यूरोथेरेपी रिसर्च ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट की 25 वाँ अखिल भारतीय न्यूरोथैरेपिस्ट वार्षिक अधिवेशन को बड़े धूमधाम से हरिद्वार के जम्मू यात्री भवन में मनाया जा रहा है। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में सेवा भारती के संचालक अध्यक्ष सुधीर उपस्थित हुए। उन्होंने रजत जयंती के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वें सभी न्यूरो चिकित्सकों के बेहतरीन कार्य से प्रभावित हुए एवं उन्हें शुभकामनाएं दीं है। साथ ही न्यूरोथेरेपी को दवाइयां रहित थेरेपी बताकर इसकी प्रशंसा भी करते हैं।‌ गांधी नगर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ० कमलेश ने किसी भी क्षेत्र के गुरु का महत्व बताते हुए संस्था के समस्त चिकित्सकों को निरोग्यता प्रदान करने वाले गुरु का रूप दर्शाया।

गौरतलब है कि ऑल इंडिया न्यूरोथैरेपिस्ट ऐसोसिएशन का वार्षिक अधिवेशन एवं लाजपत राय मेहरा न्यूरोथैरेपी रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का 25 वां रजत जयंती समारोह उत्तरी हरिद्वार के जम्मू यात्री भवन, भूपतवाला, हरिद्वार में धूमधाम से मनाया जा रहा है। शुक्रवार को दीप प्रज्ज्वलन के साथ तीन-दिवसीय समारोह का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का समापन 26 जनवरी 2025 को होगा।‌ इस मौके पर संस्थान के प्रधान रामगोपाल परिहार ने कहा कि न्यूरोथेरेपी एक ऐसी पद्घति का नाम है जो बिना दवा के रोगियों को स्वास्थ्य प्रदान करने में अहम भूमिका निभाने के साथ उनके लिए वरदान साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि “संस्थान ने पिछले 25 वर्षों में अल्टरनेटिव थेरेपी और वैदिक चिकित्सा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान दिया है।

रामगोपाल परिहार ने कहा कि सिल्वर जुबली महोत्सव-कार्यक्रम की अवधि के दौरान ऑर्थोपैडिक डिसऑर्डर पर विशेष प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा । यह आयोजन नई पीढी के न्यूरोपैथ चिकित्सकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। संस्था के कोषाध्यक्ष सुमित महाजन ने जन-स्वास्थ्य मिशन में 25 वर्षों की उपलब्धियों के साथ-साथ न्यूरोथेरेपी की उत्कृष्ट भूमिका को रेखांकित करते हुए अपना लक्ष्य दोहराया कि,” हमारा उद्देश्य हम वैदिक चिकित्सा और न्यूरोथेरेपी को वैज्ञानिक तरीके से स्थापित करना और इसे वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना है। इस सिल्वर-जुबली कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों और चिकित्सा संस्थानों से जुड़े विशेषज्ञ भी भाग ले रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि ज्ञातव्य है कि गत 25 वर्षों से संस्थान शिक्षा, रोजगार व शोध के क्षेत्र में निरंतर उत्कृष्ट प्रगति कर रहा है । यह युवाओं को स्वरोजगार और वैकल्पिक चिकित्सा के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने की ओर एक समर्पित संस्थान है।इस कार्यक्रम में अध्यक्ष राम गोपाल परिहार, कोषाध्यक्ष सुमित महाजन, जयदेव, अजय गांधी, अजय कुशवाहा, श्री प्रोफेसर डॉ अनिल योगी , पुष्पक एवं लोकल कार्यकर्ता डॉ विशाल महिंद्रू एवं अन्य भी उपस्थित रहे जिन्होंने सभी मुख्य अतिथियों को पुष्प गुच्छ एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।

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