खन्ना नगर ” फाइट है और टाइट है ” दांव पर ” मदन दा ” की साख| Click कर पढ़िये पूरी News
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस-हरिद्वार
नगर निगम के चुनाव के लिये मतदान की तिथि जैसे-जैसे करीब आ रही है वैसे-वैसे सियासी मैदान को मारने की रणनीति भी तेज व पैनी होती जा रही है। कई दिग्गजों की साख दांव पर लगी है। हरिद्वार नगर निगम के तहत वार्ड-19 यानि खन्ना नगर वार्ड की बात करें तो यहां पूर्व कैबिनेट मंत्री व वर्तमान विधायक मदन कौशिक की साख भी दांव पर लगी है। बताया जा रहा है कि इस सीट को जीतने के लिये मदन दा स्वयं मैदान में उतरे हुये हैंे और अपनी टीम को भी मैदान में झोंक रखा है। पिछले नगर निगम चुनाव में खन्ना नगर वार्ड पर पार्षद का चुनाव भाजपा जीत तो गयी थी लेकिन राजनीति की भाषा में यह जीत किसी हार से कम नहीं थी। पसीना बहाने के बाद भी इस वार्ड पर भाजपा को बहुत कम अंतर से जीत हासिल हुयी थी। जिसने मदन कौशिक की टेंशन बढ़ा दी थी।

इस बार खन्ना नगर वार्ड पर भाजपा ने सिटिंग पार्षद मोनिका सैनी पर भरोसा जताया है तो कांग्रेस ने आयुषी टंडन को मैदान में उतारा है। जानकारों का मानना है कि इस बार भी इस सीट पर मुकाबला कांटे का होने वाला है। कांग्रेसी प्रत्याशी आयुषी टंडन ने भी मैदान मारने को पूरी ताकत झोंक रखी है। हर बात ठीक है कि मदन दा सियासी दांव-पेंच के माहिर खिलाड़ी हैं लेकिन पिछला चुनाव कुछ अलग ही बयां करता है। कहने का मतलब यह है कि अपने ही गढ़ में मदन दा कमजोर पड़ते जा रहे हैं। हालांकि जीत-हार का फैसला जनता को करना है लेकिन कहा जा रहा है कि फाइट और टाइट है।

भाजपा विकास के मुद्दे और उपलब्धियों के सहारे चुनावी नैया पार लगाने की जुगत में है तो कांग्रेसी प्रत्याशी आयुषी टंडन सीधे-सीधे भाजपा को विकास विरोधी बता रही है। मेडिकल काॅलेज को पीपी मोड पर देने संबंधी मामला हो या फिर अन्य मामले कांग्रेस भाजपा को लगातार घेरती जा रही है।
भाजपा के लिये एंटी-इनकम्बेंसी फैक्टर को पार पाना भी एक चुनौती है। वहीं बताया जा रहा है कि स्थानीय परिवर्तन का मन भी बना चुके हैं। कांग्रेस नागरिकों के मन की बात को यदि वोट में तब्दील करने में सफल रही तो मदन दा की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। बाकी तो जनता ही जानें फैसला जनता को ही करना है।