Rishikesh News….सहायक निदेशक के दौरे से पूरे डोईवाला में हलचल| Click कर पढ़िये पूरी खबर
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस-हरिद्वार
ऋषिकेश। सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल के अचानक भ्रमण से डोईवाला विकासखंड के सभी विभागों में दिनभर हलचल रही, इस दौरान उन्होंने बहुत विद्यालयों एवं विभागों का द्वितीय राजभाषा कार्यक्रम क्रियान्वयन के तहत औचक निरीक्षण किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने फरवरी 2024 में सभी विभागों की नाम पटटिकाएं द्वितीय राजभाषा संस्कृत में लगाने के निर्देश जारी किए थे, इसके अनुपालन के लिए सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल के अनुरोध पर जिलाधिकारी देहरादून ने भी श्री शिवनाथ संस्कृत डिग्री कॉलेज देहरादून के प्राचार्य डॉ आर पी थपलियाल को अपना नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए सभी विभागों के लिए निर्देश जारी किए हुए हैं, कितने विभागों ने इसका पालन किया इसके लिए सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल लगातार निरीक्षण कर रहे हैं।
सहायक निदेशक सबसे पहले तीर्थ नगरी के रेलवे रोड स्थित श्री गुरु नानक पब्लिक स्कूल पहुंचे और विद्यालय प्रबंधन को एक सप्ताह के अंदर विद्यालय की नाम पट्टीका संस्कृत में लगाने के निर्देश दिए, तीर्थ नगरी के अधिकतर विद्यालयों में नाम पट्टीकाए संस्कृत में देखकर उन्होंने प्रसन्नता जाहिर की इसके बाद वह उपकोषागार ऋषिकेश पहुंचे और कोषाधिकारी श्रीमती शाह से अविलंब द्वितीय राजभाषा संस्कृत में नाम पट्टीका लगाने के लिए कहा, डॉ घिल्डियाल ने उदाहरण दिया कि देहरादून की मुख्य कोषाधिकारी श्रीमती नीतू भंडारी ने निर्देश मिलते ही संस्कृत भाषा में विभाग का नाम लिखा हुआ है।
इसके बाद उन्होंने पंजाब सिंध क्षेत्र संस्कृत महाविद्यालय का औचक निरीक्षण किया प्रधानाचार्य नवीन भट्ट विधिवत अवकाश पर मिले, उप प्रधानाचार्य को उन्होंने छात्रों की नियमित उपस्थिति तथा अध्यापन सुचार रखने संबंधी आदेश दिए,सभी व्यवस्थाएं सुचारू मिलने पर संतोष व्यक्त किया। सहायक निदेशक ने तीर्थ नगरी के सभी प्रधानाचार्यों से कहा है, कि सभी विभागों द्वारा जिलाधिकारी के आदेश का पालन हो रहा है अथवा नहीं इसकी सूचना तत्काल उन्हें दी जाए।
संपर्क करने पर सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि वह समय-समय पर विद्यालयों के निरीक्षण के साथ-साथ अन्य विभागों में भी मुख्य सचिव के आदेश के अनुसार द्वितीय राजभाषा कार्यक्रम क्रियान्वयन की स्थिति का जायजा लेकर शासन को रिपोर्ट सौंपेंगे।