Uttarakhand News…बैठकों में वनों को बचाने पर मंथन और फिर भी जल रहे ” जंगल “| कमल उनियाल की Report
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस-कमल उनियाल, द्वारीखाल
वनों को बचाने के नाम पर लाखों की धनराशि पानी की तरह बहाने के बाद भी अपेक्षित परिणाम नहीं मिल पा रहे हैं। कुछ तो कमी है। कहां है यह तो आप खुद ही समझ लीजिये। लेकिन यह तो तय है कि सरकारी मशीनरी भी सोयी हुयी है और आमजन भी गैर-जिम्मेदार हो चला है। इन दिनों आलम यह है कि वनों को आग से बचाने के लिये बैठकें-दर-बैठकें चल रही हैं और इसी दौरान वनों में आग लगने की खबरें तैर रही हैं। आखिर ये कैसा मंथन और कैसी बैठकें। भगवान ही मालिक है।
बहरहाल, पौड़ी जनपद के द्वारीखाल क्षेत्र से खबर आयी है कि फिर वनों को बचाने के लिये बैठक हुयी है। चलिये सीधे इसी खबर का उल्लेख करते हैं। खबर है कि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा मेडाखाल में क्रू स्टेशन फायर का निरीक्षण किया तथा वनकर्मियो से वनाग्नि नियंत्रण की समीक्षा की और विकास खंड दुगड्डा के ग्राम आमसौड में ग्रामीणो के साथ वनाग्नि के कारणो पर चर्चा तथा सुझाव पर समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में अपने संबोधन में वनाग्नि नोडल अधिकारी पौड़ी राहुल तथा वन संरक्षक शिवालिक वृत्त राजीव धीमान ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों तथा कुछ मानव जनित गलती जैसे फसलो की पराली, खेतो के आडे को सावधानीपूर्वक से न जलाना भी वनाग्नि की घटनाओं को अंजाम दे रहा है। प्रभागीय वन अधिकारी भूमी संरक्षण वन प्रभाग लैन्सडौन स्पर्श काला ने वन संपदा को बचाने की अपील आमजनो से की और कहा वनो में हरियाली होगी तो जीवन में खुशहाली आयेगी। जो भी ग्रामीण और गाँव आग बुझाने में सहयोग करेंगे तो उन्हें सम्मानित किया जायेगा।
इस अवसर पर प्रभागीय वनाअधिकारी आरक्षित वन नवीन पंत, एसडीओ सुमन भारती, वन क्षेत्र अधिकारी दुगड्डा प्रमोद डोबरियाल, वन क्षेत्र अधिकारी कोटद्वार विपिन जोशी वनक्षेत्र अधिकारी जयहरीखालध्मटियाली विशन दत्त जोशी सहित वनकर्मी मौजूद रहे।