Garhwal News…लोक गीतों में कुछ नया व खास करने जा रही “सरोज “| देखिये Video
सिटी लाइव टुडे, मीडिया हाउस
लोक माटी की सौंधी महक और यहां की संस्कृति की धरोहर को संजोने के प्रयास भी हो रहे हैं। लोक संस्कृति व गीतों की धुनों पर सात समंदर पार तक के लोग झूम रहे हैं। बेशक, रोजगार की तलाश में पलायन का ग्राफ बढ़ा हो लेकिन पहाड़ की संस्कृति के वैभवशाली दर्शन दिल से होते ही रहते हैं। अपने पौड़ी जनपद के यमकेश्वर के गढ़खाल की सरोज देव की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। अब उभरते हुये गायक राकेश टम्टा के साथ मिलकर लोक संगीत के लिये कुछ खास करने की योजना बनी है।
मायका यमकेश्वर का गढ़खाल और ससुराल बीरकाटल है। लेकिन रहती दिल्ली में हैं लेकिन हैं दिल्ली वाली नहीं। दिल तो पहाड़ की माटी में बसा हुआ है। समय-समय पर पहाड़ की वादियों में आना भी होता है और यहां के संस्कृति में रचती-बसती हैं।
सरोज शास्त्रीय संगीत में गजब का हुनर रखती हैं। यूं कहें कि सरोज देव शास्त्रीय संगीत में प्रशिक्षित गायिका हैं। लोक गीतों की शुरूआत कर रही हैं। इसके लिये तमाम लोक साहित्य-संगीत के जानकारों से भी संपर्क साधा जा रहा है। उभरते लोक गायक राकेश टम्टा से उनके पुराने मधुर रिश्ते हैं। राकेश टम्टा पहाड़ी संस्कृति के प्रति अगाध प्रेम रखते हैं। यहां के लोक गीतों को राकेश टम्टा समय-समय पर आवाज देते रहते हैं।
अभी हाल में ही दिल्ली में राकेश व सरोज की मुलाकात हुयी हैं और इस मुलाकात में लोक संगीत के लिये कुछ बड़ा करने की योजना भी बनी है। बहरहाल, दोनों ने एक प्यारा गीत भी गाया है जिसे खबर के साथ अपलोड किया गया है सुनिये और शेयर भी कीजिये।